अंकित सिंह,भरगामा (अररिया)
भरगामा प्रखंड क्षेत्र के विरनगर पूरब पंचायत के वार्ड संख्या 07 स्थित मंगलवार चरैया गांव में चल रहे सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 162 पर लगातार ताला लटका रहने से बच्चों को निराश होकर घर वापस लौटना पड़ रहा है। स्थानीय ग्रामीणों के इस शिकायत पर बुधवार को समय लगभग 11 बजे मीडिया के निरक्षण में भी केंद्र बंद पाया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बाल विकास विभाग की उदासीनता के कारण क्षेत्र के कई आंगनबाड़ी केंद्रों की यही स्थिति है। जहां केंद्र खुलते भी हैं,वहां केवल औपचारिकता निभाने के लिए कुछ बच्चों को बैठाया जाता है। बताया जाता है कि आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका की मनमाने रवैये से लाभार्थियों को उचित लाभ नहीं मिल पा रहा है।
गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों के लिए आवंटित पोषाहार भी सिर्फ चुनिंदा लोगों तक हीं पहुंच रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यही स्थिति रही तो बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो सकता है। स्थानीय लोगों ने जिम्मेदार अधिकारियों से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
ग्रामीणों का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्रों का नियमित संचालन और पोषाहार का समुचित वितरण सुनिश्चित करवाने की आवश्यकता है,ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंच सके। इस संबंध सीडीपीओ आशीष आनंद ने कहा कि संबंधित एलएस से मामले की जांच करवाकर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। वहीं आईसीडीएस डीपीओ मंजुला कुमारी ने इस मामले को गंभीरता से लिया है,उन्होंने उक्त लापरवाह सेविका और सहायिका पर सख्त कार्रवाई का निर्देश विभागीय अधिकारी को दिया है।
