(हरिप्रसाद शर्मा ) पुष्कर/ अजमेर/ गायत्री परिवार द्वारा आयोजित 24 कोसी पदयात्रा एवं 84 कोसी रथ यात्रा में दूसरे दिन प्रातः नांद राय माता मंदिर प्रांगण,नांद गांव में पंच कुंडीय यज्ञ किया गया।
इसमें ग्रामवासियों सहित करीब 500 तीर्थयात्रियों द्वारा आहुतियां प्रदान की गई।
कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष(आर.टी.डी.सी.) धर्मेंद्र सिंह राठौड़ की भी उपस्थिति रही ।
उन्होंने अपने उद्बोधन मे कहा कि ब्रह्मा जी के मंदिर व पुष्कर तीर्थ परिक्रमा मार्ग को ठीक करने का कार्य हो या अन्य कोई सेवा कार्य जो मेरे और हमारी सरकार के कार्यकाल में हुए वह सब गायत्री माता की कृपा एवं गायत्री परिवार शांतिकुंज-हरिद्वार द्वारा आयोजित यात्रा में भाग लेने के कारण हुआ। गायत्री माता की ऐसी कृपा मेरे पर बरसी कि मैं उसका वर्णन नहीं कर सकता।
इसके पश्चात में ब्रह्माजी एवं ज्योति कलश रथ का भाव पूर्वक पूजन कर प्रदक्षिणा कर यात्रा को विदा किया।
यहाँ माता जी के स्थान से विशाल जुलूस के रूप में नंदा सरस्वती संगम घाट पर पहुंचकर पूजन तर्पण मार्जन आदि किया गया ।नंदा सरस्वती के मंदिर को बड़ा स्वरूप देने तथा कुंड की प्रदक्षिणा और आसपास के क्षेत्र को सुरम्य बनाने का आश्वासन ग्रामवासियों ने दिया।
इस अवसर पर गायत्री परिवार राजस्थान के जोन समन्वयक ओम प्रकाश अग्रवाल द्वारा पुष्कर अरण्य यात्रा के यात्रियों को स्वागत करने वाले भामाशाह और ग्राम वासियों का अभिनंदन आभार प्रकट किया ।
👉 रथ यात्रा के दौरान रामपुर में विद्यालय गोष्टी और विशेष पूजन अर्चन के बाद लाडपुरा होती हुई थांवला पहुंची।थांवला में तीर्थ यात्रा का गाजे बाजे के साथ स्वागत कर विशाल जुलूस निकाला गया साथ ही थानेश्वर महादेव का जलाभिषेक 500 यात्रियों ने किया ।
यहाँ 43 घरो में गायत्री यज्ञ संपन्न हुए ।जिनमें भगवान भास्कर एवं नवग्रह की विशेष आहुतियां महामृत्युंजय और गायत्री मंत्र के साथ प्रदान की गई ।कार्यक्रम के बाद यात्रा का रात्रि विश्राम थांवला में किया ।