बिहार न्यूज़ बिहार डेस्क: माँझी।सारण। छपरा में जन्में महान संत स्वामी परमहंस दयाल श्री श्री 1008 श्री अद्वैतानंद जी महाराज “परमहंस” की समाधि तिथि के उपलक्ष्य में नौ जुलाई मंगलवार को सुबह पांच बजे से “परमहंस दयाल समाधि स्मृति पदयात्रा” माँझी के नंदपुर स्थित ब्रम्ह विद्यालय एवम आश्रम से पदयात्रा शुरू होगी। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए महात्मा ऑंकारानंद जी महाराज ने बताया कि पाकिस्तान के टेढ़ी में समाधिस्थ परमहंस दयाल स्वामी जी महाराज के ननिहाल माँझी के नंदपुर से पदयात्रा कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ मंगलवार की सुबह पांच बजे से होगा। उक्त पदयात्रा में लगभग पाँच हजार अनुयायियों के शामिल होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि पदयात्रा को ऐतिहासिक एवम सफल बनाने के लिए परमहंस दयाल जी के पंचम पादशाही श्री श्री 108 स्वामी सत्यानन्द जी महाराज परमहँस पिछले तीन दिनों से सत्संग कार्यक्रम तथा सन्यासियों के साथ बैठकों के जरिये आसपास के लोगों को अनवरत प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पदयात्रा में शामिल होने के लिए देश भर से अनुयायियों का आना शुरू हो गया है।तथा कल सोमवार तक अधिकांश अनुयायी आश्रम परिसर में पहुँच जाएंगे। नंदपुर स्थित आश्रम में हजारों की संख्या में पहुँचने वाले अनुयायियों व भक्तों के रहने व खाने पीने की पुख्ता ब्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि नंदपुर स्थित भब्य आश्रम के हॉल व कमरों के अलावा परिसर के बाहर समुचित वाटर प्रूफ टेंट व पंडाल आदि लगाए जा रहे हैं ताकि आने वालों को किसी तरह की परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि परमहँस दयाल समाधि स्मृति पदयात्रा का यह छठवां वर्ष है। नौ जुलाई को प्रस्तावित नंदपुर से रौजा तक का संपूर्ण आयोजन परमहंस दयाल जी के परंपरा के पंचम पादशाही श्री श्री 108 श्री सत्यानंद जी महाराज “परमहंस” करते हैं।
पदयात्रा की शुरुआत मंगलवार की सुबह पांच बजे ब्रह्म विद्यालय एवं आश्रम,नंदपुर (माँझी) से होंगी जहां परमहंस दयाल जी का ननिहाल है। ततपश्चात देवरिया शिव मंदिर के प्रांगण में अल्प पड़ाव करते हुए पदयात्री छपरा नया बाजार में परमहंस दयाल जी के जन्मभूमि मंदिर पर मत्था टेकेंगे ततपश्चात अनुयायी उसी दिन छपरा स्थित राजेंद्र स्टेडियम में समाधि समारोह हेतु जुटेंगे। समारोह की शुरुआत परमहंस दयाल संकीर्तन से होगी। उसके उपरांत परमहंस दयाल जी के जीवन एवं कार्यों पर विशेष व्याख्यान एवं प्रवचन का आयोजन किया गया है। समारोह में अनेकों संन्यासी-महात्मा तथा देश-विदेश के गणमान्य विद्वान वक्तव्य देंगे। समारोह के समापन के बाद राजेंद्र स्टेडियम से पदयात्रा पुनः शहर के रास्ते ब्रह्म विद्यालय एवं आश्रम,रौजा (छपरा) में पहुंचेंगी जहाँ आयोजन सम्पन्न होगी। पदयात्रा में स्वामी सत्यानन्द जी महाराज आगे-आगे चलेंगे तथा उनके पीछे अन्य संन्यासी तथा भक्तगण रहेंगे।
इस आयोजन में देश के विभिन्न प्रदेशों से हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु भक्त शामिल होंगे। बताते चलें कि नंदपुर एवं रौजा में भव्य आश्रम स्थित है तथा बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्तों की उपस्थिति होने के कारण भव्य पंडाल,भोजन एवं हर तरह की व्यवस्था वृहद पैमाने पर की जा रही है।
छपरा की धरती को ऐसे अद्वितीय महान संत की जन्मभूमि होने का गौरव प्राप्त है। छपरा के लोग इस गौरव से अवगत हों इसलिए पदयात्रा कार्यक्रम का आयोजन प्रतिवर्ष नौ जुलाई को किया जाता है।