शिकायत के बावजूद एफआईआर तक दर्ज नहीं, आचार संहिता के बीच प्रशासन की निष्क्रियता पर उठे सवाल
छपरा। छपरा विधानसभा क्षेत्र से भारतीय एकता दल के प्रत्याशी राजेश कुशवाहा के मुसम्मात दादी कमला देवी के अपहरण का मामला सामने आया है। यह घटना शहर के नेहरू चौक स्थित आवास के सामने घटित हुई बताई जा रही है। अपहरण को लेकर प्रत्याशी राजेश कुशवाहा ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना शुरू कर दिया है।
राजेश कुशवाहा ने आरोप लगाया कि उनकी दादी का अपहरण संपत्ति विवाद को लेकर उनके ही किराएदार अमित कुमार, उसकी पत्नी पूजा देवी और उसके भाई शत्रुघ्न एवं मुन्ना ने किया है। बताया गया कि किराएदार की नज़र दादी की क़रीब करोड़ों रुपये मूल्य की संपत्ति पर थी। अपहरण से पूर्व आरोपी द्वारा बार-बार धमकियां भी दी जा रही थीं।
प्रत्याशी के अनुसार, दादी कमला देवी ने इस संदर्भ में फरवरी 2024 एवं सितंबर 2024 में एसपी सारण और संबंधित थानेदार को लिखित शिकायत दी थी, लेकिन आज तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई।
घटना 3 नवंबर की दोपहर लगभग 1:30 बजे की बताई जा रही है, जब कमला देवी को जबरन उनके घर के सामने से उठा लिया गया। इस बाबत जानकारी मिलते ही प्रत्याशी कुशवाहा ने एसपी सारण, डीएम सारण एवं निर्वाचन आयोग को तत्काल आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
उन्होंने कहा कि 24 घंटे से अधिक बीत जाने के बाद भी थाना स्तर से न तो प्राथमिकी दर्ज की गई और न ही किसी आरोपी पर कार्रवाई हुई है, जो प्रशासन की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।
चुनाव आचार संहिता के बीच इस प्रकार की घटना ने प्रशासन की निष्पक्षता और तत्परता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रत्याशी ने कहा कि जब तक उनकी दादी सुरक्षित बरामद नहीं होतीं और आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बुधवार से आमरण अनशन प्रारंभ करेंगे। इस संबंध में उन्होंने जिला निर्वाचन पदाधिकारी सारण, भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली, राज्य निर्वाचन आयोग बिहार, सारण प्रमंडल आयुक्त एवं डीआईजी सारण को लिखित शिकायत पत्र उपलब्ध करा दिया गया है।
