मनीष कश्यप पर पुलिस का शिकंजा बढा, गए जेल!

Rakesh Gupta
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बिहार न्यूज़ लाइव पटना डेस्क: मनीष कश्यप पर पुलिस का शिकंजा बढा. जी हां तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों पर हमले का फर्जी वीडियो प्रसारित करने के आरोपी यूट्यूबर मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिये गए. इसके पहले उससे काफी पूछताछ की गई.

 

वहीं आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीम की पूछताछ में कई राज सामने आये है. ईओयू की एक टीम ने आरोपित के यू-ट्यूब चैनल के बोरिंग रोड स्थित कार्यालय में छापेमारी की, जहां से कुछ डिजिटल साक्ष्यों को जब्त भी किया गया है. सूत्रों की मानें तो उजागर नामो में भी कई लोग ईओयू की गिरफ्त में आ सकते हैं. पूछताछ में पता चला कि कुछ लोग अलग-अलग तरीके से उसकी मदद भी कर रहे थे. ईओयू ने उससे फोटो और वीडियो प्रसारित करने के पीछे के उद्देश्य के बारे में भी पूछताछ की, इस पर उसने जवाब भी दिया. आरोपित के मददगारों की भी पहचान की जा रही है. इस मामले में कई और लोगों के ऊपर भी कानूनी शिकंजा कसा जा सकता है. ऐसे में जल्द ही ईओयू कुछ लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर सकती है.इस बीच मनीष कश्यप का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें वह सरेंडर करने के बाद पुलिस की गिरफ्त में सिसकता हुआ दिखाई दिया. इतना ही नहीं जब वो पुलिस की गाड़ी में था तो रोने लगा. इस दौरान उसके साथी ये कहते हुए सुनाई दे रहे कि हिम्मत मत हारना, हम सब मिलकर लड़ेंगे. यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

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वैसे इस वक़्त मनीष कश्यप सिर्फ बिहार में ही नहीं बल्कि पुरे देश में चर्चा में बने हुए हैं. खासकर बात तमिलनाडु की करें तो वहां की एक बड़ी आबादी मनीष कश्यप को देखना चाहती है तो कई इनसे नाराज भी हैं क्योंकि उन्हें ऐसा लगता है कि मनीष कश्यप की वजह से उनके राज्य का नाम बदनाम हुआ. हालांकि इस मुद्दे पर तमिलनाडु सरकार भी सख्त है. बता दें कि इस बात की भी संभावना जताई जा रही है कि जल्द तमिलनाडु पुलिस भी मनीष कश्यप को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों की पिटाई के फर्जी वीडियो यूट्यूब समेत सोशल मीडिया पर फैलाने के आरोप में मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी तिवारी के खिलाफ वहां भी केस दर्ज हैं.

 

वैसे गृह राज्य बिहार में यूट्यूबर पर 14 और तमिलनाडु में 13 मामले दर्ज हैं. हालांकि EOU के बार-बार प्रयास करने के बावजूद मनीष कश्यप पेश नहीं हो रहा था. इसके बाद आरोपी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ. पुलिस और ईओयू की टीमों ने लगातार आरोपी के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की. जिसके बाद बेतिया में मनीष कश्यप ने सरेंडर किया. ऐसे में मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है इस पर सभी की नजरें रहेगी.

 

 

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