*अजमेर में जलभराव पर सियासत गरमाई, धर्मेंद्र राठौड़ ने भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार को ठहराया जिम्मेदार*
*राजनीतिक हलकों में आरोप-प्रत्यारोप तेज
*देवनानी को दोषारोपण की राजनीति बंद कर धरातल पर विकास का करें
(हरिप्रसाद शर्मा ) अजमेर/ अजमेर में हो रही भारी बारिश और जलभराव की विकट स्थिति को लेकर राजनीतिक हलकों में आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। रविवार शाम को पूर्व आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने शहर के जलमग्न इलाकों का दौरा कर हालात का जायजा लिया और भाजपा की केंद्र, राज्य और नगर निगम की ट्रिपल इंजन सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
राठौड़ ने घुटनों तक पानी में उतरकर अग्रसेन सर्किल, मेडिकल कॉलेज, बजरंगगढ़ चौराहा और आनासागर चौपाटी क्षेत्र में जलभराव से जूझ रहे लोगों से मुलाकात की। उन्होंने एक गरीब लुहार परिवार को आर्थिक सहायता भी प्रदान की, जिनका घर बारिश के पानी में डूब गया था।मौके पर मौजूद राठौड़ ने कहा कि भाजपा के पास अजमेर से केंद्रीय मंत्री भागीरथ चौधरी, राज्य के जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत, विधायक अनिता भदेल और नगर निगम में बोर्ड होने के बावजूद शहर में हालात बदतर हैं।
उन्होंने जिला प्रशासन और सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जबकि मौसम विभाग ने पहले ही भारी बारिश की चेतावनी दी थी।उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को भी आड़े हाथ लिया और कहा कि वे लगातार पांच बार से विधायक हैं और अब विधानसभा अध्यक्ष जैसे बड़े पद पर हैं, लेकिन उनके ही क्षेत्र में जलभराव की स्थिति सबसे खराब है।
राठौड़ ने कहा, देवनानी को दोषारोपण की राजनीति बंद कर धरातल पर विकास कार्य करके दिखाना चाहिए। दौरे करने से कुछ नहीं होगा, जनता सब देख रही है।राठौड़ ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और देवनानी से आग्रह किया कि अजमेर को कोटा की तर्ज पर मॉडल सिटी बनाया जाए। उन्होंने कहा, अशोक गहलोत सरकार में शांति धारीवाल ने कोटा को ऐसा मॉडल बनाया, जहां चंबल नदी के उफान के बावजूद जनजीवन नहीं रुकता।
दौरे में उनके साथ कांग्रेस महासचिव पार्षद नौरत गुर्जर, ब्लॉक अध्यक्ष शैलेंद्र अग्रवाल, पूर्व पार्षद सर्वेश पारीक, आरिफ खान, विकास चौहान सहित कई कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। राठौड़ ने बजरंगगढ़ चौराहा शिविर में नगर निगम अधिकारियों से बातचीत कर राहत व्यवस्था की जानकारी ली और बेहतर राहत प्रबंधन की मांग की।