वाराणसी: गंगा आरती में शामिल हुए प्रधानमंत्री गले में गमछा डाले बनारसी स्टाइली में दिखे….

Rakesh Gupta
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*गंगा आरती में शामिल हुए प्रधानमंत्रीग, ले में गमछा डाले बनारसी स्टाइली में दिखे*

*प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने साथ किया वैदिक रीति से गंगा पूजन* 

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*गंगा आरती में प्रधानमंत्री भजन गुनगुनाते,आस्था की गंगा में गोते लगाते दिखे मंत्रमुग्ध* 

*तीसरी बार काशी से सांसद बनने व प्रधानमंत्री पद की हैट्रिक लगाने के बाद पहली बार गंगा आरती में शामिल हुए मोदी*

*पीएम के स्वागत के लिए लगभग 10 कुंटल फूल मालाओं व दीपों से भव्य रूप से सजाया गया था दशाश्वमेध घाट*

 बिहार न्यूज़ लाईव वाराणसी डेस्क:  वाराणसी, 18 जून:* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल होने पहुंचे तो बनारसी स्टाइल में गमछा उनके गले में दिखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेहदीगंज में किसान सम्मेलन को संबोधित करने के बाद माँ गंगा का दर्शन और आशीर्वाद लेने दशाश्वमेध घाट पहुंचे। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था *मुझे माँ गंगा ने बुलाया है*, फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले- मुझे माँ गंगा ने गोद ले लिया है। मंगलवार को प्रधानमंत्री इसी माँ गंगा की गोद में बैठकर आरती में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साथ ही मां गंगा का वैदिक रीति से पूजन भी किया। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन किया। इसके पहले भी कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ माँ गंगा की आरती में शामिल होकर आस्था प्रकट कर चुके हैं।  

*पीएम-राज्यपाल, सीएम ने लिया भजनक आनन्द*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घाट पर पहुंचते ही जनता ने ‘हर हर महादेव’ के उद्घोष के साथ उनका अभिवादन किया। गंगा में बनीं ख़ास फ्लोटिंग जेटी पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माँ गंगा का पूरे विधि विधान से पूजन व आरती की। प्रधानमंत्री, राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घाट की मणि पर बैठकर आरती के पहले भजन भी सुने। इस दौरान प्रधानमंत्री ताली बजाते, भजन गुनगुनाते आस्था की गंगा में गोते लगाते मंत्रमुग्ध दिखे। देर तक हुए शंखनाद के बाद मोदी ताली बजाते हुए दिखे। अंत में सभी ने जयकार भी लगाया। भव्य महाआरती में सात की जगह नौ अर्चकों ने मां गंगा की आरती की व 18 देव कन्याओं ने इस महाआरती को भव्य रूप दिया।

 

 

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