वेद माता गायत्री की भूमि है पुष्कर- संत प्रखर महाराज

Rakesh Gupta
- Sponsored Ads-

संत -महात्माओं की मौजूदगी में तैयारियाँ
विश्वव्यापी आतंकवाद के शमन, हिंदू राष्ट्र निर्माण एवं विश्व शांति हेतु

(हरिप्रसाद शर्मा) पुष्कर/ अजमेर :धार्मिक नगरी पुष्कर में आगामी वर्ष 2026 में 8 मार्च से 19 अप्रैल 43 दिन तक आयोजित होने वाले 200 कुंडीय शत गायत्री पुरश्चरण महायज्ञ की तैयारियों का शुभारंभ शुक्रवार को भूमि पूजन के साथ हो गया ।भूमि पूजन में अरुण दीक्षित, आचार्य कमल नयन दाधीच के आचार्यत्व में दोपहर 12.15 बजे अभिजीत मुहूर्त में आयोजन स्थल गायत्री मणिवेदिका शक्तिपीठ चामुंडा माता मंदिर के पास भूमि पूजन किया।

- Sponsored Ads-


अनुष्ठान महामंडलेश्वर स्वामी प्रखर महाराज के सान्निध्य में आयोजित होगा ।भूमि पूजन के लिये पूजा अर्चना यजमान मुख्य यजमान नंदूमहाराज, राधेश्याम शर्मा, सुशील ओझा, लोकेंद्र शर्मा (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, आल इंडिया ब्राह्मण फेडरेशन), वीके शर्मा (सेवानिवृत्त जज एवं अध्यक्ष, महर्षि गौतम महासंघठन वृज क्षेत्र ) ने की इसके साथ ही अग्नि कोण में पहले हवन कुंड की आधारशिला भी रखी गयी ।इस दौरान नंदू महाराज, भजन गायक खाटू श्याम श्याम चरण महाराज ,नरसिंह मंदिर अजमेर ,ब्रह्मचारी महाराज, कृष्णानंद महाराज, पंडित कैलाश नाथ दाधिच, आचार्य नेहरू पंडित, रिटायर जज अजय शर्मा, पूर्व पालिका अध्यक्ष सूरज नारायण पाराशर ,दामोदर शर्मा ,अरुण पाराशर, डॉ कुलदीप शर्मा, नवीन शर्मा, , लोकेंद्र शर्मा, समिति के मुख्य संयोजक सुशील ओझा, नरेंद्र शर्मा, समिति के कोषाध्यक्ष अशोक जोशी, राधेश्याम शर्मा , राजेश अग्रवाल, पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष ओमप्रकाश पाराशर, ईश्वर पाराशर, हर्षित शर्मा, कृष्ण गोपाल वशिष्ठ, सत्यनारायण शास्त्री, अरुण पाराशर ,अरुण दीक्षित ,पूर्व आईजी कल्याणमल शर्मा, चंद्रशेखर गौड़, जयकुमार पाराशर,मधुसूदन भाऊ, गिरीश पाराशर ,कृष्ण गोपाल पाराशर, हर्ष पाराशर,सहित अनेक संत महंत और पुरोहित मौजूद रहे ।

यज्ञ सम्राट महामंडलेश्वर स्वामी प्रखर महाराज ने कहा कि शत (100) गायत्री पुरश्चरण महायज्ञ समिति एवं व्रिप फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस महायज्ञ के अंतर्गत भूमि पूजन के पश्चात यज्ञशाला, पाठशाला, भोजनशाला, अस्थायी आवास निर्माण सहित अन्य व्यवस्थाओं पर कार्य शुरू किया जाएगा। सम्पूर्ण तैयारियों को पूर्ण करने में लगभग तीन माह का समय लगेगा।


उन्होंने कहा कि यह महायज्ञ विश्वव्यापी आतंकवाद के शमन, हिंदू राष्ट्र निर्माण एवं विश्व शांति के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। इस महाअनुष्ठान के माध्यम से देशभर के ब्राह्मणों को एक सूत्र में जोडऩे का प्रयास किया जाएगा। महायज्ञ के दौरान करीब दो हजार विद्वान पंडित 43 दिनों में 24 करोड़ गायत्री मंत्र का जाप करेंगे। इसके साथ ही प्रतिदिन सूर्य सूक्त एवं सूर्य अथर्वशीर्ष मंत्रों की यज्ञ कुंडों में आहुतियां प्रदान की जाएंगी। दशांश आहुतियां दी जाएगी।

संत प्रखर महाराज ने कहा कि पुष्कर तीर्थ तो स्वयं वेद माता गायत्री की स्थली है,गायत्री अनुष्ठान का सबसे पावन स्थल है पुष्कर राज है ।

पुष्कर से श्रेष्ठ स्थान कोई नहीं

पत्रकारों से बात करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी प्रखर महाराज ने कहा कि इस प्रकार के भव्य एवं दिव्य महायज्ञ के लिए पुष्कर से श्रेष्ठ स्थान कोई नहीं है। यहां आयोजित महायज्ञ से अत्यंत शक्तिशाली आध्यात्मिक ऊर्जा का सृजन होगा, जिससे देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में धर्मविरुद्ध आचरण करने वालों के मन में सकारात्मक परिवर्तन आएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यद्यपि यह यज्ञ ब्राह्मणों द्वारा एवं ब्राह्मणों के सहयोग से किया जा रहा है, लेकिन इसका कल्याणकारी प्रभाव समस्त सृष्टि पर पड़ेगा। बताया कि प्राचीन काल में महामुनि विश्वामित्र ने भी पुष्कर में ऐसा ही महायज्ञ किया था। तब से लेकर अब दूसरी बार यह भव्य महायज्ञ पुष्कर की धरती पर आयोजित किया जा रहा है।

तीर्थ गुरु पुष्कर राज महाराज को पूजन कर दिया निमंत्रण

आयोजन समिति द्वारा खाटू श्याम जी के प्रसिद्ध भजन गायक नंदू महाराज के सानिध्य में तीर्थ गुरु पुष्कर राज महाराज का ब्रह्म घाट पर आचार्य नेहरू पंडित के सान्निध्य में पूजन कर समस्त तीर्थों ओर देवी देवताओं के साथ यज्ञ में पधारने का न्योता दिया गया ओर राष्ट्र कल्याण की, कामना की गई।सरोवर पूजन निमंत्रण में समिति के अशोक जोशी, नवीन शर्मा विजयनगर अरुण दीक्षित, आनंद प्रकाश ब्रह्मचारी महाराज हरिद्वार, लोकेंद्र शर्मा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आल इंडिया ब्राह्मण फेडरेशन, राजेश कुमार, उपस्थित रहे ।जहां तीर्थ पुरोहित संघ के पुष्कर नारायण पाराशर,अरुण पाराशर, ईश्वर पाराशर, सुधांशु पाराशर, संजय पाराशर द्वारा अभिनंदन किया गया।

- Sponsored Ads-
Share This Article
Leave a Comment