धर्म, संस्कृति और संत परंपरा के प्रति समर्पित है -रावत

Rakesh Gupta
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*गुरु पूर्णिमा पर संतों का किया सम्मान

(हरिप्रसाद शर्मा) पुष्कर/ अजमेर;गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर प्रदेशभर में आयोजित विविध धार्मिक आयोजनों की कड़ी में आज तीर्थराज पुष्कर में जल संसाधन मंत्री एवं पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत ने संतजनों का विधिवत पूजन और सम्मान कर सनातन संस्कृति के प्रति अपनी श्रद्धा का परिचय दिया।

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मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का संदेश लेकर पहुंचे मंत्री रावत ने कहा – “सनातन की रक्षा करने वाले संतों का सम्मान करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। यही हमारे संस्कारों की पहचान है।”रावत ने बताया कि वर्तमान समय में जब विश्व भौतिकता की ओर अग्रसर है, ऐसे में संत समाज ही सनातन परंपरा, संस्कृति और मूल्यों की रक्षा कर रहा है।

उनका मार्गदर्शन समाज के लिए दीपस्तंभ है।*_धर्मनिष्ठ एवं संस्कृति अनुरागी जनसेवकमंत्री सुरेश सिंह रावत न केवल एक कुशल जनप्रतिनिधि हैं, बल्कि वे गहराई से धर्म, संस्कृति और भारतीय परंपराओं के अनुयायी भी हैं। पुष्कर जैसे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर से समृद्ध क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए, वे निरंतर संत समाज के सान्निध्य में रहते हैं और सनातन मूल्यों को समाज में प्रसारित करने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

गुरु पूर्णिमा के दिन उनका संतों के चरणों में उपस्थित होना, मुख्यमंत्री का संदेश पहुंचाना और पुष्कर के विख्यात दिव्य संतों का आत्मीय सम्मान करना उनके संस्कारशील एवं ऋषि परंपरा के प्रति समर्पित मन का परिचायक है।

संतो का किया सम्मान तीर्थराज पुष्कर में संत सुदर्शन दास महाराज (हनुमान गढ़ी), नंदशरण राम महाराज (रामसखा आश्रम), भगवानदास महाराज (गुलाब दास आश्रम), हनुमाना राम महाराज (उदासीन आश्रम), मधुसूदन दास महाराज (दादू दयाल वामदेव आश्रम), अभीराम दास महाराज (गीता आश्रम), सांवरा महाराज (रावत मंदिर) सहित अनेक संतों का मंत्री रावत ने माल्यार्पण कर, शॉल ओढ़ा और श्रीफल भेंट कर सम्मान किया।

_धर्म और विकास का समन्वय – रावत जी की कार्यशैली की विशेषतारावत ने एक ओर जहां अपने कार्यकाल में जल संसाधन, सिंचाई, शिक्षा और आधारभूत विकास कार्यों को गति दी है, वहीं दूसरी ओर वे भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा को प्रशासनिक व्यवस्था में सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए निरंतर सक्रिय हैं।उनकी यही संतुलित दृष्टि उन्हें जननेता से आगे एक संस्कारवान जनसेवक बनाती है।

इस अवसर पर कमल पाठक, अरुण वैष्णव, पुष्कर नारायण भाटी, भुवनेश पाठक, घनश्याम भाटी, धीरज जादम, अशोक पाराशर, अंशुमान पाराशर, धर्मेंद्र नागोरा, कमल रामावत, लक्ष्मी पाराशर, सुमन कुमावत, मोहन सिंह रावत, बने सिंह रावत, कमल सिंह रावत, हरिशंकर चौहान, मदन सांखला, सुरेश नागोरा, दामु पाराशर, लक्ष्मीकांत गौड़ सहित भाजपा के पदाधिकारी, संत अनुयायी, गणमान्य नागरिक, और सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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