समस्तीपुर : विद्यापतिधाम में उमड़ा शिवभक्तों का हुजूम, हर हर महादेव के नारों से गूंजा इलाका

Rakesh Gupta
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समस्तीपुर : विद्यापतिधाम में उमड़ा शिवभक्तों का हुजूम, हर हर महादेव के नारों से गूंजा इलाका

* दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक

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बिहार न्यूज़ लाईव समस्तीपुर डेस्क:  /विद्यापतिनगर । मिथिलाचल के सुप्रसिद्ध व त्रयोदश ज्योर्तिलिंग के रूप में पूजे जाने वाले भक्त व भगवान की नगरी बालेश्वर स्थान (विद्यापतिधाम) उगना महादेव मंदिर परिसर में सावन मास की अंतिम सोमवारी पर आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा। रंग-बिरंगे भगवा परिधानों में सजे श्रद्धालुओं का जत्था अल सुबह से ही देर शाम तक जलाभिषेक को उमड़ता रहा।

 

लाखों की तादाद में कांवरियों का झुण्ड बोलबम का नारा लगाते हुए अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे थे। बोल बम व हर हर महादेव के गगनभेदी जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय बना रहा। करीब दो लाख से अधिक श्रद्धालु भक्तों ने जलाभिषेक के साथ पूजा – पाठ कर सुख शांति व मनोकामना मांगी। इस बीच प्रशासन की चाक चौबंद व्यवस्था की वजह से श्रद्धालुओं को जलार्पण में सुविधा मिली। कावरियों को सुगम तरीके से जलाभिषेक कराने के लिए प्रशासन ने कतारबद्ध करवाया था। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुरुष व महिला पुलिस के साथ जगह-जगह मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे। अल सुबह से ही शिव भक्त श्रद्धालु निकटवर्ती पुराणों में वर्णित राजा जनक घाट (चौमथ घाट) सिमरिया घाट, झमटिया घाट, राम घाट, अखाड़ा घाट, मोहनपुर घाट आदि से गंगा का पवित्र जल भर कर कांवर यात्रा निकाली व उगना महादेव व बाबा विद्यापति पर जलाभिषेक किया।

 

भारी संख्या में सोमवारी व्रत रखने वाली महिलाओं द्वारा भी पूजा-अर्चना की गई। सोमवारी व्रत करने वाली महिलाएं व युवतियां रंग बिरंगे परिधानों में शिवालयों पर बाबा का नाचारी गाकर पूजापाठ करते देखी गई। विद्यापतिधाम मंदिर में मुख्य पंडा अमरनाथ गिरि व कामेश्वर गिरि के नेतृत्व में पंडा समाज ने देर शाम भोले बाबा का विशेष श्रृंगार किया। इसमें फूल, बेलपत्र, दूध, जल, मधु,मखाना, ताम्बूल, नैवेद्य ,भांग-धतूरा आदि से विशेष श्रृंगार व पूजा संपन्न हुई। मंदिर परिसर के आस पास में लगे मीना बाजार, झूला, पार्क, डासिंग डेक आदि का युवतियों, महिलाओं व बच्चों ने जमकर आनंद लिया। भीड़ इतनी थी कि प्रशासन को भीड़ का नियंत्रित करने में प्रशासन को काफी दिक्कतें आई। वहीं कावंरियों की सेवा में विभिन्न स्वयंसेवी संस्थानों व निजी प्रतिष्ठानों की ओर से बनाई गई सेवा समिति के सदस्य भी सेवा में जुटे रहे।

 

 

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