Bihar News Live Desk: सारण: विभागीय उदासीनता से कई पुलो के पहुंच पथ क्षतिग्रस्त,दुर्घटना की आशंका
फोटो।क्षतिग्रस्त पुलिया तथा पुलों के पहुंच पथ
दरियापुर।सूबे में भले ही आए दिन पुल और पुलिया ध्वस्त हो रहे हो लेकिन विभागीय अधिकारियों की नींद नहीं खुल रही है।इसका जीता जागता उदाहरण दरियापुर प्रखण्ड कई स्थानों पर देखने को मिला है।सबसे पहले तो बता दें की क्षेत्र के ठीका -जमीनपुर पथ पर बनेया गांव के समीप नहर पर बना पुल लगभग एक साल से टूटा हुआ है।जिससे अक्सर छोटी बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती है। वहीं छोटी वाहनों के आवागमन भी ठप्प हो जाने से कई गावों के लोगो को अधिक दूरी तय करनी पर रही है।इसके उपरांत यदि फुरसतपुर स्थित सुखमही नदी पर करोड़ों की लागत से बने पुल पर नजर डाले तो उसकी स्थिति भी खराब ही है।एक तरफ जहां पहुंच पथ काफी दब गया है जिससे चारपहिया वाहनों के आवागमन में काफी दिक्कते आ रही है,वही पुल के ऊपरी सतह पर काफी दूरी में पुल में लगे लोहे का सरिया भी नजर आ रहा है।वही हाल बेला शर्मा टोला स्थित मही नदी पर भी करोड़ों की लागत से बने पुल के पहुंच पथ की है।यह पहुंच पथ निर्माण के कुछ माह बाद ही पहली बरसात में दब गया था।इसके बावजूद कई साल बीत जाने पर भी उसे ठीक नही किया गया।ऐसे में हमेशा किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है।शीतलपुर पट्टी पुल की भी स्थिति काफी दिनों से खराब है।वैसे समय समय पर उसकी मरम्मती करा कर काम चलाया जा रहा है।हालांकि राहत वाली बात है की यहां फोरलेन में एक पुल का निर्माण हो गया।जिससे भारी वाहनों का आवागमन सुगम हो गया है।इस प्रकार अधिकांश पुलों के पहुंच पथ तथा पुलियों की निगरानी के अभाव में स्थिति खराब होने लगी है।ऐसे में पूर्व जिप सदस्य सह भाकपा नेता राजनाथ राय ने कहा की बनेया स्थित पुल की मरम्मती के लिए मैंने पिछले एक साल में कई प्रयास किया।मेरे नेतृत्व में ग्रामीणों के द्वारा प्रदर्शन भी किया गया।जिसके बाद दबाव में आकर तत्कालीन बीडीओ संदीप कुमार के द्वारा निरीक्षण भी किया गया।लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।जिससे समस्या पूर्व की तरह ही बनी हुई है।सरकार को जनता की समस्या से कोई सरोकार नहीं है।जिससे जनता में काफी नाराजगी व्याप्त है। वहीं फुरसतपुर निवासी पूर्व उपमुखिया रामेश्वर प्रसाद ने बताया की एक दशक पूर्व सुखमही नदी पर करोड़ों रुपए की लागत से पुल का निर्माण किया गया।परंतु गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं होने के कारण पुल की स्थिति खराब होने लगी है।इसके दोनो तरफ पहुंच पथ काफी दबने के साथ ही सरिया भी नजर आ रहा है।जो काफी दुखद है।समाजसेवी जितेंद्र कुमार शर्मा ने बताया की बेला शर्मा टोला स्थित पुल के पहुंच पथ के दब जाने से स्थिति इतनी खराब हो गई है की छोटी वाहनों के आवागमन में काफी समस्या हो रही है।जबकि यह पुल कई गावों को प्रखण्ड मुख्यालय तथा सूबे की राजधानी से जोड़ता है।विश्वंभरपुर सरपंच प्रतिनिधि लक्ष्मण शर्मा ने कहा की पुल तथा पुलिया के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है।जिससे निर्माण के कुछ वर्षो में ही स्थिति खराब हो जा रही है।ऐसे में जरूरत है की विभागीय अधिकारियों की जिम्मेवारी निर्धारित की जाए ताकि सभी पुल तथा पुलियों का उचित रख रखाव हो सके।इसके साथ ही निर्माण कार्य की सख्त निगरानी भी की जाए।जिससे गुणवत्ता पूर्ण निर्माण हो सके।ऐसे में अब देखना यह है की स्थिति में सुधार होती है या नही।