(हरिप्रसाद शर्मा) पुष्कर/ अजमेर: अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेला 2025 शुरू होने को है । साथ ही इससे पहले दीपावली है लेकिन सबसे व्यस्ततम मार्ग की मरम्मत के नाम पर बड़ी पुलिया को इस कदर उखाड़ दिया गया है ।
वो भी जब इन दिनों पवित्र कार्तिक स्नान प्रारंभ हो चुका है ।पवित्र सरोवर में सदी का ऐतिहासिक जल स्तर है श्रद्धालु बड़ी परिक्रमा लगाते है ,उनके लिए पुलिया का रास्ता बन्द हो गया ।वहीं बहुतायत यात्री वाहन मुख्य ब्रह्मघाट तक पूजा अर्चना के लिए नहीं आ सकते। तीर्थ पुरोहितों का सबसे महत्वपूर्ण सीजन चल रहा है ।
सामाजिक कार्यकर्ता अरूण पाराशर ने कहा कि ऐसे में भारी भरकम निर्माण कार्य प्रारंभ कर देना यह कैसी समझदारी है? क्या इतनी भारी तोड़फोड़ को दिवाली या मेले से पूर्व मानक व क्वालिटी गुणवत्ता से समय पर कार्य पूर्ण किया जा सकता है ? समझ से परे है। क्या यह बड़ा भारी कार्य मेले के बाद नहीं किया जा सकता था? अभी ही करना क्या मजबूरी थी ,कौन बताएगा? इस पीड़ा ओर व्यवधान का जवाब देने का किसी भी जन प्रतिनिधियों को कोई सरोकार नहीं ,जनता तकलीफें झेलती रही हैं ।