भागलपुर ,बिहार न्यूज लाईव। बुधवार को राज्य कृषि यांत्रिकरण योजनान्तर्गत दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का समापन्न जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा किया गया।जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि खेती एवं मजदूरी को सहज बनाने हेतु कृषि यांत्रिकरण का महत्व बहुमूल्य है।
इसके तहत् परमपरागत खेती में छोटे उपकरणों का उपयोग किया जाता रहा है। वर्तमान में नवीनतम उपकरणों जैसे फसल अवशेष प्रबंधन के यंत्रों-रीपर कम बाईन्डर, सेल्फ प्रोपेल्ड रीपर, रोटरी मल्चर इत्यादि के उपयोग से पराली जलाने की समस्याँ को कम किया जा सकता है, जो किसानों के लिए बहुत उपयोगी है। कृषि विभाग में चल रही अन्य योजनाओं की भी संक्षिप्त जानकारी दी गई।
मेला के प्रथम एवं द्वितीय दिन कुल 35 किसानों द्वारा कुल 14,27,000/- रूपये अनुदान राशि के यंत्रों की खरीदारी की गई।सहायक निदेशक (कृषि अभियंत्रण), भागलपुर द्वारा बताया गया कि जिला में प्राप्त 73 यंत्रों के लक्ष्य के विरूद्ध कुल 48 प्रकार के कृषि यंत्र मुख्यतः सिंचाई हेतु पम्पसेट, छिड़काव हेतु पावर स्प्रेयर, जुताई के लिए रोटावेटर, कल्टीवेटर, डिस्क हैरो, बुआई के लिए जीरोटिलेज सीड ड्रील, फसल की कटाई के लिए रीपर, रीपर-कम-बाईन्डर, ब्रश कटर, थ्रेशर, चैफकटर, पोस्ट हार्वेस्ट के लिए राईस मिल, फ्लोर मिल, लघु एवं सीमांत किसानों के लिए मैनुअल कीट (कुदाल, हसिया, खुरपी, मेज सेलर एवं मैनुअल वीडर), धातुकोठिला इत्यादि यंत्रों का क्रय किसान जिला में पंजीकृत विक्रेता द्वारा अनुदान राशि काटकर शेष राशि ऑनलाईन माध्यम से भुगतान कर क्रय कर सकते है।
लाभुकों के चयन हेतु सारी प्रक्रिया मुख्यालय द्वारा की जा रही है। साथ ही बताया गया कि समय सीमा के अन्दर यंत्र क्रय नहीं करने पर उनका स्वीकृति पत्र स्वतः रद्द हो जाएगा। कृषि विभाग द्वारा कृषि यांत्रिकरण योजनान्तर्गत 08 फरवरी 2024 से 11 फरवरी 2024 तक एग्रो बिहार मेला का आयोजन गाँधी मैदान, पटना में किया जा रहा है, जिसमें सभी जिलों से कृषक भाग ले सकते है।