**शीघ्र ही अन्य मार्गों, थानों और क्षेत्रों के नाम भी राष्ट्र गौरव के परिचायक नामों पर
*गुलामी के प्रतीक नामों से मुक्ति दिलाने और राष्ट्रनायकों को जनमानस में स्थापित
(हरिप्रसाद शर्मा ) अजमेर:राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के निर्देश पर अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र की चार प्रमुख सड़कों का नामकरण किया गया है। संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता वाली कमेटी ने नामकरण के इन प्रस्तावों को हरी झंडी दी। संत शिरोमणी नामदेव जी महाराज, शहीद स्व. मेजर नटवर सिंह शक्तावत, शहीद अविनाश माहेश्वरी, वीरांगना झलकारी बाई के नाम पर अब यह सड़कें जानी जाएंगी।
शीघ्र ही अन्य मार्गों, थानों और क्षेत्रों के नाम भी राष्ट्र गौरव के परिचायक नामों के आधार पर रखे जाएंगे।अजमेर शहर को गुलामी के प्रतीक नामों से मुक्ति दिलाने और राष्ट्रनायकों को जनमानस में स्थापित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के क्रम में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने प्रशासन को यह निर्देश दिए थे।
उन्होंने कहा था कि अजमेर के लोगों, विशेषकर युवा पीढ़ी में अपने नायकों के इतिहास, नाम और उनके व्यक्तित्व की पहचान और जानकारी होनी चाहिए। देवनानी ने निर्देश दिए थे कि आगरा गेट चौराहे से लेकर अग्रसेन चौराहे तक मार्ग का नाम संत शिरोमणी श्री नामदेव जी महाराज के नाम से किया जाए। इसी तरह सेंट स्टीफन चौराहे से झलकारी बाई स्मारक तक की रोड का नाम वीरांगना झलकारी बाई रोड एवं पंचशील नगर में एक्सिस बैंक के भवन से ब्राविया रेजिडेन्सी तक सेक्टर बी और सी के मध्य की डिवाईडर रोड का नाम शहीद स्व. मेजर नटवर सिंह शक्तावत तथा आनासागर पुलिस चौकी से मामा की दुकान (प्रेमनगर) तक स्थित मार्ग का नाम शहीद अविनाश माहेश्वरी मार्ग किया जाए।
इस सभी प्रस्तावों को नगर निगम की साधारण सभा में भी मंजूरी दे दी गई।देवनानी के निर्देश पर इन नामों को संभागीय आयुक्त महेश चन्द्र शर्मा की अध्यक्षता वाली कमेटी ने भी मंजूरी दे दी है। इन मार्गों को अब संतों, वीरांगना व जननायकों के नाम से जाना जाएगा। गौरतलब है कि देवनानी के निर्देश पर इससे पूर्व अजमेर में भवनों और तालाबों को गुलामी के प्रतीक नामों से मुक्ति दिलाई गई थी। देवनानी के निर्देश पर किंग एडवर्ड मेमोरियल का नाम बदल कर महर्षि दयानन्द विश्रांति गृह किया गया। इसी तरह राजस्थान पर्यटन विकास निगम की होटल खादिम का नाम बदल कर होटल अजयमेरू किया गया। इसी तरह शहर के प्रमुख तालाब फॉयसागर को भी अंग्रेजी नाम से मुक्ति दिलाकर वरूण सागर नाम दिया गया। देवनानी ने एलीवेटेड रोड का नाम बदल कर रामसेतु करने पर भी विधायक के रूप में अपनी सहमति दी है।