(हरिप्रसाद शर्मा) पुष्कर/अजमेर) :धार्मिक नगरी पुष्कर में अष्ट भू बैकुंठ आश्रम में भगवान रणछोड़राय के पाट्टोत्सव पर संगीतमय श्रीमद्भागवत महापुराण महोत्सव पर जगद्गुरु स्वामी रामचन्दाचार्य ने कहा कि भागवत से बड़ी डिग्री कोई नहीं है । उन्होंने श्रोताओं को कहा कि भागवत महापुराण भगवान जीवन नहीं सुधारता है । बल्कि भगवान वैकुण्ठ देता है ।
भगवान का काम सुधारना नहीं है ।जीवन सुधारने के लिए भगवान की चर्चा हर समय से करने वालों के सम्पर्क में रहना चाहिए ।भागवान का चिन्तन हो जाने, वह भागवत है। जगद्गुरु ने कहा परीक्षित के उद्घार में कोई कभी संशय नहीं करना चाहिए ।जबकि भागवत परीक्षित के उद्घार के लिए बल्कि जीवों के उद्घार के लिए है । कथा के यजमान वीरेंद्र दुबे ने अन्त में भागवत भगवान की आरती की। रविवार को कथा का समय 3 बजे से6 बजे तक होगा । साथ कथा में कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा ।
कथा का श्रवण करने वालों में स्वामी जी कृपा पात्र शिष्य स्वामी अनुरूद्राचार्य, स्वामी चतुर्भुज महाराज, पुजारी विशाल दुबे, पंडित नन्दकिशोर शास्त्री,पुजारी स्वामी रामदास नैमिष्यारण, गांधीवादी चिन्तक एवं लेखक जनार्दन शर्मा, पत्रकार हरिप्रसाद शर्मा, दीपक दाधीच एवं अन्य बाहर से आने वाले श्रद्धालुओंगण थे।
