*मंत्र मे में वह शक्ति है , वह प्रारब्ध को भी बदल जाते* जहां राम वहाँ काम है
(हरिप्रसाद शर्मा)नैमिषारण्य तीर्थ / सीतापुर: भगवान श्रीजगन्नाथ के द्वितीय पाटोत्सव एवं श्री लक्ष्मीनारायण यज्ञ के साथ संगीतमय नौ दिवसीय श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन सुप्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में शुरू की गई ।व्यासपीठ से रामानुजाचार्य पुष्कर पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामचन्द्राचार्य ने श्रीराम कथा के पंचम दिवस बुधवार को श्रौताओं को कहा कि श्रद्धा से सत्य की प्राप्ति होती है । उन्होंने कहा कि नारद के वचन असत्य नहीं हो सकते है ।जगद्गुरु ने कहा कि राम है जहां काम है । जहां राम नहीं वहाँ काम नहीं है । स्वामी जी ने श्रोताओं को शिव पार्वती के विवाह के बारे में कथा में विस्तार से वर्णन किया ।उन्होंने कहा कि मंत्र मे में वह शक्ति है , वह प्रारब्ध को भी बदल सकती है ।
उन्होंने कहा कि जिसके लिए जप , तप करना पड़ता है । भगवान एक है । भगवान को प्राप्त करने में कठिनाई नहीं होती है । रामजी ने शंकर जी के विवाह हेतु कथा सुनाई । जो कथा पार्वती जी के बारे में रामजी ने सब वृतांत सुनाया है ।
जिसमें शंकर भगवान सेवक बने हैं ।जगद्गुरु ने श्रीराम कथा के दौरान कहा कि भगवान की कथा से पहले भक्त की कथा है । उन्होंने कहा कि भगवान को भक्त की भक्ति बहुत अच्छी लगती है । जिससे भक्त ओर भगवान के बीज संबंध हो जाते है ।महाशिवरात्रि पर जगन्नाथ मंदिर में कथा की भीड़ बढ़ गई । जगद्गुरु स्वामी जी के सान्निध्य में लक्ष्मी नारायण यज्ञ का का शुभारंभ हुआ ।
जिसमें आचार्यत्व नन्दकिशोर शास्त्री के द्वारा विद्वान पंडितों यज्ञ किया जा रहा है । जिसमें हज़ारों श्रद्धालुओं ने अपनी भागीदारी निभाई ।वहीं कथा श्रवण करने में सम्मिलित हुए स्वामी अनिरूध्दाचार्य, स्वामी चतुर्भुज दास महाराज,पंडित नन्दकिशोर शास्त्री, फ़र्रूख़ाबाद सांसद मुकेश राजपूत ने सपत्नीक परिवार के साथ विमल प्रकाशजी मिश्रा व्यवस्थापक, श्री जगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट नैमिषारण्य,उपेंद्र सिंह राजावत , श्रीमती मधु कंवर ,अवध बिहारी मिश्रा फर्रुखाबाद से श्रीमती कुंती मिश्रा मुनेंद्र सिंह बदायूं जनपद, रायपुर मारवाड़ से श्रीमती कौशल्या देवी, तीर्थराज पुष्कर से श्रीमती हरिइच्छा पाराशर हरिप्रसाद शर्मा आदि के अलावा हज़ारों महिला- पुरूषों ने श्रीराम कथा का श्रवण कर लाभ उठाया है ।