*विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से मामला उठाया
*आरएलपी ने विरोध में किया वाकआउट
बिहार न्यूज़ लाइव जयपुर डेस्क: जयपुर (हरिप्रसाद शर्मा) राजस्थान विधानसभा में जोधपुर में दलित नाबालिग के साथ गैंगरेप के मामले को लेकर सोमवार को जोरदार हंगामा किया गया। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नारायण बेनीवाल ने स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से इस मुद्दे को उठाया और कहा कि आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने इस मामले में सदन से वाकआउट भी किया।
प्रतिपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़ ने भी स्थगन प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हुई है। उन्होंने जोधपुर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने भरतपुर में पुलिस की कस्टडी में अपराधियों द्वारा हत्या कर देने का मामला भी उठाया और कहा कि पुलिस आखिर उस वक्त कर क्या रही थी। पुलिस के पास हथियार थे तो उन्होंने उसका उपयोग क्यों नहीं किया। उन्होंने नागौर के संदीप सेठी और जोधपुर में सुरेश की हत्या का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि लाडनू, रतनगढ़ और मुझे भी माफिया जान से मारने की धमकी देते हैं और पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है।
भाजपा विधायक दल के उप नेता डॉक्टर सतीश पूनिया ने स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से विधानसभा में कहा कि प्रदेश में रोजाना 17 बलात्कार, 7 हत्याएं और 10 वर्ष से कम उम्र की बच्चियों के साथ 848 दुष्कर्म की घटनाएं हुई है। उन्होंने हिंडौन में दलित युवती के साथ रेप की घटना का मामला उठाया और कहा कि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई इसलिए उसकी मौत हो गई। उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत की सरकार पर तुष्टीकरण की नीति अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि रामनवमी पर प्रतिबंध लगाया जाता है और मुस्लिमों के त्यौहार पर सुविधाएं प्रदान कर सरकार भेदभाव कर रही है जो कि किसी भी कीमत पर ठीक नहीं है।
भाजपा विधायक सूर्यकांता व्यास ने भी जोधपुर की घटना पर नाराजगी प्रकट की। उन्होंने कहा कि जोधपुर में चेन तोड़ी जा रही है घरों में चोरियां हो रही है। पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है इससे कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ी हुई है।