जहां युवा सोशल मीडिया पर नग्नता परोस रहे है वहीं अर्चना सिंगरौल ने समाज में शालीनता के साथ काम करके खुद को बनाया ब्रांड

Rakesh Gupta
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पवई: जब काम करने की चाहत हो तो उम्र मायने नहीं रखती सिर्फ हौसला और जज्बा मायने रखता है। पवई जिला पन्ना मध्य प्रदेश में कौशल्या ह्यूमैनिटी फाउंडेशन की संस्थापक अध्यक्ष अर्चना सिंगरौल लगातार समाज में अपने सामाजिक कार्यो से चर्चा में रहती है। साथ ही अपने फाउंडेशन के माध्यम से बैंड बाजा के साथ भव्य तरीके से स्कूल चलो जागरूकता अभियान रैली निकाल कर एवं बच्चों को खाद्य सामग्री वितरण के साथ युवाओ में काफी चर्चित चेहरा बन चुकी है।

 

ज्ञात हो कि पवई रेस्ट हाउस के सामने रोड के किनारे दो दिन से पड़ा गाय का बछड़ा कौशल्या ह्यूमैनिटी फाउंडेशन की संस्थापक अध्यक्ष अर्चना सिंगरौल ने देखते ही तुरंत डॉक्टर को बुलाकर कराया उसका इलाज, आज की इस चकाचौंध भरी दुनिया में कोई किसी के लिए नहीं रुकता किसी के पास इतना समय नहीं होता बहुत ही कम लोग होते हैं, जो दुख दर्द पीड़ा समझते हैं, दो दिन में उस रास्ते से हजारों लोग निकले होंगे। लेकिन किसी ने नहीं सोचा की असहनीय दर्द पीड़ा से बिलख रहे इस गाय के बछड़े का इलाज करवा दें, क्योंकि आज समय में लगभग हर व्यक्ति इतना ज्यादा व्यस्त है।

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अपने कामकाज में की धर्म कर्म के लिए समय ही नहीं बचा, वहीं एक लड़की होते हुए भी समाज सेविका अर्चना सिंगरौल आगे आईं। आज की युवा पीढ़ी जहां सोशल मीडिया पर नाचने गाने नग्नता परोसने में लगी है वहीं अर्चना अपनी 15 साल की उम्र से जनता की सेवा में लगी हैं।

 

आज की इस युवा पीढ़ी को इनसे सीखना अपनी धर्म संस्कृति से जुड़े रहना चाहिए और निरंतर उसे पर कार्य करना चाहिए अर्चना सिंगरौल के इसी तरह हजारों कार्य हैं जिन्हे सब्दों में बयां नहीं किया जा सकता बच्चों को शिक्षा सामग्री बांटना खाना पीना कपड़े फल फ्रूट उनके संगठन द्वारा रक्तदान करवाना आदि हजारों तरह का लगातार कार्य कर रही हैं।

आज की आधुनिक दुनिया में स्वयं के अलावा दूसरों के बारे में सोचते तक नहीं, वही अर्चना सिंगरौल जनता की सेवा करने के लिए घर-घर गांव-गांव जाती हैं और उनकी संभावित मदद करती हैं सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना बच्चों को पढ़ाना शिक्षा के प्रति जागरूक करना जरूरतमंद लोगों को उनकी जरूरत का सामान उपलब्ध कराना आदि हजारों कार्य इनके द्वारा किए जा रहे हैं।

 

यह सब कार्य करने की प्रेरणा उनको उनकी बड़ी बहन अंजू सिंगरौल से मिलती है, अर्चना सिंगरौल पवई जिला पन्ना मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं किसान की बेटी हैं दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है।

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