*अधिकारियों को दिए निर्देश
*झील में गंदे पानी का प्रवाह हर हाल में रोका जाए
(हरिप्रसाद शर्मा) अजमेर:राजस्थान के नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे पर अजमेर पहुंचे। उन्होंने वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान के तहत आनासागर झील का क्रूज से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने झील की सफाई, जल गुणवत्ता, और नालों से हो रहे प्रदूषण पर गंभीर चिंता जताई। मंत्री ने नगर निगम अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि झील में गंदे पानी का प्रवाह हर हाल में रोका जाए। निरीक्षण के समय महापौर ब्रजलता हाड़ा, डिप्टी मेयर नीरज जैन, शहर अध्यक्ष रमेश सोनी सहित कई जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
मंत्री खर्रा ने कहा- आनासागर झील अजमेर की धरोहर है और इसे स्वच्छ व सुंदर बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि श्रमदान के माध्यम से झील की सफाई की गई है, लेकिन अभी और प्रयासों की आवश्यकता है। कुछ नाले बिना किसी ट्रीटमेंट के झील में गिर रहे हैं, जिससे जल प्रदूषित हो रहा है। इस पर नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि सभी नालों को प्राथमिकता से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ा जाए। उन्होंने यह भी बताया कि पहले झील में भारी मात्रा में जलकुंभी फैली हुई थी, जिसे अब काफी हद तक हटा दिया गया है, लेकिन यह कार्य लगातार जारी रहना चाहिए, ताकि पर्यावरण और पर्यटन दोनों को लाभ मिल सके।
*सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता बढ़ाने के निर्देश
मंत्री ने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) की मौजूदा क्षमता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यदि वर्तमान STP की क्षमता कम है, तो उसकी वृद्धि के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार इस दिशा में तेजी से कदम उठाएगी। मंत्री खर्रा ने आगामी मानसून को ध्यान में रखते हुए नगर निगम और जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि सभी बड़े नालों और नालियों की सफाई का कार्य अगले 10 दिनों में पूरा किया जाए। साथ ही जिला कलेक्टर को नियमित मॉनिटरिंग कर रिपोर्ट देने के भी निर्देश दिए गए। मंत्री ने स्पष्ट कहा कि यदि कहीं भी लापरवाही पाई गई तो संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
*जनता से सहयोग की अपील
मंत्री ने अंत में कहा कि जल संरक्षण और स्वच्छता सिर्फ सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि इसमें जनभागीदारी भी आवश्यक है। उन्होंने आम नागरिकों से आनासागर झील की स्वच्छता और संरक्षण में सक्रिय भागीदारी की अपील की, ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक स्वच्छ और सुंदर पर्यावरण मिल सके