पुष्कर/अजमेर(हरिप्रसाद शर्मा)नवरात्रि समापन दुर्गाष्टमी दुर्गा नवमी ज्योतिष पंचांग के गणितीय आधार से इस बार अश्विन मांस शुक्ल पक्ष अष्टमी शुक्रवार 11 अक्टूबर सर्वार्थ सिद्धि में सूर्योदय से अष्टमी दोपहर 12:07 तक रहेगी इसके बाद नवमी प्रारंभ होगी ,जो 12 अक्टूबर शनिवार को 10:58 सुबह तक रहेगी ।
यह जानकारी देते हुए पंडित कैलाश नाथ दाधीच ने बताया कि इस बार अष्टमी और नवमी एक ही दिन होना वर्षों के बाद योग बना है |जो अष्टमी की पूजन वह नवमी की पूजन सरस्वती बलिदान महाकाली महासरस्वती मां दुर्गा देवी पूजन हवन कन्या पूजन इसी दिन होगा |
12 अक्टूबर शनिवार आश्विन शुक्ल नवमी को विजयादशमी दशहरा सरस्वती विसर्जन शस्त्र पूजन अपराजिता शमी वृक्ष पूजन पंचांग शास्त्र में वर्णित है इस बार दशहरे पर भी सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है अष्टमी नवमी दशमी को सर्वार्थ सिद्धि योग का होना जनमानस के लिए एवं देश प्रदेश के लिए श्रेष्ठ कार्य रहेगा|