*कसरौर पंचायत के मुखिया रंजीत झा को मिली जमानत,गाँव में खुशी की लहर
*राजनीतिक द्वेष से रंजीत झा को फंसाने का है आरोप*
*गाँव वालों ने मिठाई खिलाकर दी एक दुसरे को बधाई*
*कसरौर पंचायत में मात्र ढाई साल के कार्यकाल में किये हैं कई ऐतिहासिक कार्य*
Bihar news live पटना/दरभंगा डेस्क😐 कसरौर पंचायत के लोकप्रिय मुखिया रंजीत कुमार झा उर्फ गुड्डू को पटना हाईकोर्ट से बुद्धवार को बेल मिल गई| न्यायमूर्ति नवनीत पाण्डेय की बेंच ने दी है जमानत,रंजीत झा को लगभग दो महीने बाद बेल मिली है| रंजीत झा कम उम्र में ही मुखिया बन गए थे जिस कारण गाँव के मठाधीश टाइप के लोग उनसे बैर रखने लगे थे| कहा जाता है कि गाँव के ही एक पूर्व मुखिया ने रंजीत झा को फंसाने की साजिश रची थी|
कसरौर पंचायत में तीन गाँव आते हैं कसरौर,बसौली और मोंगरा| मुखिया रंजीत झा ने मात्र ढाई साल के अपने कार्यकाल में तीनों गाँव में विकास की गंगा बहा दी थी| आजादी के 78 साल जो कार्य कोई न कर सका उसको रंजीत झा ने अपने मेहनत और लगन से कर दिखाया| गाँव के भूमाफियाओं से ग्राम सभा की जमीन खाली कराकर जनहित के कार्यों में लगाया|
गाँव के बीच सड़क पर ही गाँव के दबंग लोग सड़क कब्जा करके मकान बनवा लिये थे जिससे आने जाने में ग्रामीणों को बहुत परेशानी होती थी|मुखिया रंजीत झा ने हाईकोर्ट से आदेश लाकर रोड पर बने अवैध मकानों को गिरवाकर सुगम यातायात के लिए रोड बनवाया था|इस घटना की चर्चा पुरे प्रदेश में हुई थी|इस घटना के बाद गाँव के दबंग लोग मुखिया रंजीत झा से द्वेष रखने लगे थे कहा जाता है कि इसमें एक पूर्व मुखिया भी शामिल थे| रंजीत झा को फँसाने के लिए एक्साइज विभाग को दारू की झूठी सूचना देकर मुखिया रंजीत झा के घर छापा डलवाया गया था,उस वक्त एक्साइज विभाग को मुखिया के घर से कुछ नही मिला था| मुखिया के विरोधी बराबर उनको फँसाने के लिए साजिशें रचते रहते थे|