बिहार न्यूज़ लाइव / वाराणसी| सावन और पुरुषोत्तम मास में दशाश्वमेध स्थित देवताओं के गुरु श्री देव गुरु बृहस्पति भगवान का जल बिहार श्रृंगार सजाया गया| जिसमें बाबा की दिव्य झांकी का आयोजन किया गया। तत्पश्चात देवगुरु बृहस्पति भगवान का पंचामृत स्नान 11 ब्राहमण वैदिक मंत्रो द्वारा किया गया।
स्वर्ण मुखौटा व छत्र चांदी के अष्टधातु के साथ बाबा को पालना पर विराजमान किया गया। मुख्य द्वार को अशोक की पत्ती, कामिनी पत्ती एवं रंग बिरंगे कपड़े एव विद्युत झालर से पूरे प्रांगण को सजाया गया।देवगुरु के जल विहार श्रृंगार को देखने और दर्शन के लिए सुबह से भक्तों का तांता लगा रहा| गुरूदेव के जयकारे से मन्दिर परिसर गुंजता रहा|
प्रातःकाल 4 बजे से मंगला आरती अजय गिरी एवं शयन रात्रि 1 बजे सम्पन्न कराया गया। सन्तोष गिरी द्वारा मौर आरती रूद्राभिषेक के साथ सम्पन्न किया गया जिसमें गिरी परिवार द्वारा भोग प्रसाद वितरण किया गया|
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