बिहार में पहली बार PBMC Mode के तहत निविदा सारण की सड़क के लिए: राजीव प्रताप रुडी

Rakesh Gupta
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छपरा रेवाघाट मुजफ्फरपुर एनएच 102 के लिए निविदा आमंत्रित
• 73 किलोमीटर सड़क, लागत 117 करोड़ 46 लाख, कार्य की अवधि 5 वर्ष
• 13 जुलाई 2023 को सांसद ने NHAI के साथ की थी बैठक
• रुडी ने 2 सितम्बर को NHAI अध्यक्ष संतोष यादव से भी की थी बैठक
• पीबीसी के तहत राजमार्ग से संबंधित सभी गतिविधियां जिम्मेवारी संवेदक की
• जल निकासी, संरचनाएं, सड़क के किनारे की वनस्पति, यातायात सेवाएं,घटना प्रबंधन की भी जिम्मेवारी

छपरा, 15 सितम्बर 2023 । भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के PBMC Mode (प्रदर्शन-आधारित रखरखाव अनुबंध) के तहत बिहार में पहले राष्ट्रीय उच्च पथ के रख-रखाव की निविदा सारण लोकसभा क्षेत्र की सड़क के लिए निकाली गई है। इसके तहत एनएच 102 के छपरा रेवाघाट मुजफ्फरपुर खंड के किमी 1.300 से किमी 74.200 और किमी 1.300 से किमी 74.379 की कुल लंबाई 73.079 किमी तक की सड़क का रखरखाव और उन्नयन PBMC Mode (Performance Based Maintenance Contract) के तहत किया जायेगा। इसके लिए कुल 117 करोड़ 46 लाख की निविदा निकाली गई है जो लगभग 5 वर्षों तक होगा।

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इस संदर्भ में सांसद रुडी ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सचिव के साथ दिनांक 13 जुलाई 2023 की बैठक की थी जिसमें यह निर्णय हुआ था कि राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 102 छपरा-रेवाघाट-मुजफ्फरपुर पर राइडिंग क्वालिटी सुधार करने के लिए PBMC Mode के तहत कार्य कराया जायेगा। बैठक के उपरान्त सांसद ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष के साथ पुनः पत्राचार भी किया था जिसके पश्चात छपरा से रेवा घाट होते हुए मुजफ्फरपुर तक राष्ट्रीय उच्च पथ पर PBMC Mode के तहत निर्माण कराया जायेगा। छपरा-रेवाघाट-मुजफ्फरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग (102) की लंबाई लगभग 73 किमी है। यह सड़क छपरा से शुरू होकर मुजफ्फरपुर के मधौल-सदातपुर बाईपास पर समाप्त होती है।

वर्ष 2018-2019 में जीआर इन्फ्रा द्वारा इस सड़क का निर्माण कराया गया था। निर्माण के बाद से ही सड़क पर राइडिंग क्वालिटी में सुधार का प्रयास किया जा रहा था परन्तु इसकी राइडिंग क्वालिटी बेहतर नहीं हो पा रही थी। राइडिंग क्वालिटी में सुधार के लिए सांसद रुडी ने एनएचएआई से इसका निर्माण PBMC Mode के तहत कराने का आग्रह किया था जिसके लिए अब निविदा आमंत्रित की गई है। सांसद ने बताया कि परंपरागत निविदा से अलग नई नीति पर आधारित यह निविदा की प्रक्रिया है जिसमें राजमार्ग से संबंधित सभी गतिविधियां जल निकासी, संरचनाएं, सड़क के किनारे की वनस्पति, यातायात सेवाएं, आपातकालीन प्रतिक्रिया, घटना प्रबंधन आदि की जिम्मेवारी संवेदक की होगी।

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