बिहार न्यूज लाईव/ तेजस्वी यादव के सामने ही नीतीश कुमार ने लालू- राबड़ी राज पर उठाये सवाल. जी हां बिहार की राजनीति में इस वक्त गठबंधन में रहकर अपने ही सहयोगी पार्टियों के खिलाफ हमला बोलने का ट्रेंड चला हुआ है. वैसे भी किसी दल के पास अगर ऐसे दोस्तों हो तो फिर उन्हें दुश्मनों की क्या आवश्यकता है. जैसा कि हम जानते हैं कि बिहार में इस वक्त राजद और जदयू के गठबंधन की सरकार है….लेकिन विडंबना यह है कि जदयू और राजद के नेता एक दूसरे को नीचा दिखाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे.
इस लिस्ट में अब नीतीश कुमार का नाम भी जुड़ता हुआ नजर आ रहा है. गौरतलब है कि राजद विधायक सुधाकर सिंह लगातार सीएम नीतीश कुमार की नीतियों पर सवाल खड़े कर रहे हैं. हालांकि मुख्यमंत्री के दबाव में राजद नेतृत्व ने अपने विधायक सुधाकर सिंह को नोटिस भी दिया. लेकिन इसके बाद भी वे अपने स्टैंड पर कायम हैं. अब भी वे सरकार के खिलाफ हमलावर हैं. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के सामने ही सुधाकर सिंह के खिलाफ तीखी टिप्पणी की है….वहीं उन्होंने एक बार फिर लालू और राबड़ी राज पर सवाल उठाया . आपको बता दें कि मीडिया के लोगों ने सुधाकर सिंह को लेकर नीतीश कुमार से सवाल किए. सुधाकर सिंह का नाम सुनते ही नीतीश कुमार के तेवर तल्ख हो गए.
उन्होंने कहा कि काहे किसी का नोटिस ले रहे हैं. नीतीश कुमार ने कहा कि आपको पता है कि हमारी सरकार किसानों के हित में कितना काम कर रही है ? कितना डेलवपमेंट हुआ है… कुछ पता है ? उन्होंने कहा कि जिसको जो बोलना है वो बोले….हमसे मत पूछिए. नीतीश कुमार ने कहा कि शहर बाजार देख रहे हैं न, कितना डेवलप हुआ है. पहले ऐसा मकान दिखता था क्या.. कौन क्या बोल रहा है, उसको बोलने दीजिए, उसको कुछ पता है? वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी सरकार में हुए विकास को गिना कर पूर्व की लालू-राबड़ी सरकार को भी घेर लिया. यहां गौर करने वाली बात यह है कि जिस समय मुख्यमंत्री यह उपलब्धि गिना रहे थे उनके बगल में ही तेजस्वी यादव खड़े थे.
इस तरह नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के सामने लालू यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया. विडंबना यह है कि तेजस्वी यादव फिलहाल इस मुद्दे पर मौन हैं….क्योंकि यह उन्हें भी मालूम है कि अगर उन्होंने नीतीश कुमार के खिलाफ कुछ ज्यादा बोला तो फिर भी वापस राजद का साथ छोड़कर भाजपा के साथ गठबंधन कर सकते हैं. यानी कि सत्ता के लिए एक तरफ जहां नीतीश कुमार कड़वी घूंट पीते हुए नजर आ रहे हैं….तो दूसरी ओर उन्होंने अब तेजस्वी यादव को भी कड़वी घूंट पीने पर मजबूर कर दिया है. अब देखना यह है कि ऐसी स्थिति में बिहार में महागठबंधन कब तक सलामत रहता है.
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