*राजनीति से ऊपर उठकर करें क्षेत्र का विकास – चौधरी
(हरिप्रसाद शर्मा) अजमेर/नगर निगम के नवनिर्मित भवन का शनिवार को लोकार्पण किया गया। लोकार्पण समारोह को विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा, केंद्रीय कृषि मंत्री भागीरथ चौधरी, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, अजमेर दक्षिण विधायक श्रीमती अनिता भदेल, महापौर श्रीमती ब्रजलता हाड़ा तथा उप महापौर नीरज जैन ने संबोधित किया। समारोह से पूर्व सैनिकों के सम्मान में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि शहरवासियों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न संस्थाओं को परकोटे से बाहर स्थापित किया गया है। कभी राजकीय महिला चिकित्सालय दूर था आज शहर का भाग हो गया है। इसी प्रकार नगर निगम भवन भी होगा। नगर निगम से जुड़े जनप्रतिनिधियों का निर्वाचन आमजन की समस्याओं के समाधान के लिए होता है। इन्हें आमजन को संतुष्ट करने के लिए प्रयास करना चाहिए।
आमजन की अपेक्षाओं पर खडा उतरने के लिए अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहें। आमजन से जुड़े कार्यों को ऑनलाइन करने से जनता को लाभ हो रहा है। नगरीय निकायों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने की आवश्यकता है। इसके लिए सरकार द्वारा स्वीकृत सभी पद भरे जाने चाहिए। अजमेर में पिंक टॉयलेट भी आवश्यकता अनुसार बना रहे हैं। समस्त अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि स्वयं को जनता के सेवक का भाव रखकर कार्य करें। अजमेर के विकास के लिए कंधे से कंधा मिलाकर चलना होगा।
नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की विकास सम्बन्धी सोच को आगे बढ़ाने के लिए विकास कार्यों में जन भागीदारी आवश्यक है।
अब तक जन कल्याणकारी योजनाएं जनता के सहयोग से ही आगे बढ़ी है। इन योजनाओं ने देश की दशा और दिशा को बदला है। प्रत्येक व्यक्ति को वर्तमान पर केंद्रित रहते हुए गुलामी की मानसिकता से बाहर आना होगा। साथ ही सार्वजनिक संपत्ति में अपना अंश मानकर निजी संपत्ति की तरह सुरक्षा करनी चाहिए। सार्वजनिक संपत्तियों की सुरक्षा करने का भाव होने से देश का स्वरूप अलग होगा। सरकार के खजाने का धन समस्त नागरिकों के खून पसीने से एकत्र होता है। प्रत्येक व्यक्ति सामान खरीदते समय कर के रूप में सरकार को कुछ राशि देता है। यही राशि एकत्र होकर जन कल्याणकारी कार्यों में लगती है। इसीलिए इसका सदुपयोग करने के साथ ही सतर्कता से निगरानी करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ वातावरण से व्यक्ति का तन, मन और मस्तिष्क स्वस्थ रहता है। इसका प्रभाव आत्मा पर भी पड़ता है। आत्मा में सकारात्मक चिंतन होने से व्यक्ति राष्ट्र के उत्थान के बारे में सोचेगा। गत 70 वर्षों से प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया गया। इसकी क्षतिपूर्ति के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने एक पेड़ मां के नाम लगाने का आह्वान किया। मां के साथ पेड़ के जुड़े होने से व्यक्ति उस पेड़ की देखभाल करके वृक्ष बनाने का संकल्प लगा। इस मंतव्य के साथ कार्य करने से आगामी 5 वर्षों में प्रकृति में संतुलन स्थापित होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार नगरीय निकायों की सेवाओं को सहज उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है। इस कारण अधिकतर कार्य ऑनलाइन किए गए हैं। पूंजी पुनर्भरण मद में राशि बढ़ाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। सुनियोजित विकास की अवधारणा के साथ स्मार्ट सिटी को आरंभ किया गया था। सरकार द्वारा नगरीय विकास को केंद्र में रखकर कई नीतिगत निर्णय लिए हैं। डूंगरपुर की तरह अन्य नगरीय निकायों के निवासियों में भी सफाई के प्रति जागरूकता होनी चाहिए।
केंद्रीय कृषि मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि हम सबको राजनीति से ऊपर उठकर मिलकर कार्य करना चाहिए। आमजन को केंद्र में रखकर कार्य करने से विकास की गति तीव्र हो जाती है। साथ ही आमजन का संतुष्टि स्तर भी बढ़ जाता है। जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी अपने कार्य को पूर्ण ईमानदारी एवं लगन के साथ करें।
जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि शहर का विकास समस्त व्यक्तियों के सहयोग से होता है। सरकार ईआरसीपी प्रोजेक्ट पर तेजी से कार्य कर रही है। इसके परिणाम स्वरुप अजमेर में जल्द ही छोटा बीसलपुर जैसा जल स्रोत बनेगा। इससे अजमेर का जल संकट हमेशा के लिए दूर हो जाएगा। सरकार अगले 50 वर्षों की आवश्यकता को पूरी करने के अनुसार योजना बना रही है।
अजमेर दक्षिण विधायक श्रीमती अनीता भदेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा स्मार्ट सिटी परियोजना में अजमेर शहर को लेने से इस नवीन भवन का निर्माण संभव हो पाया है। उन्होंने संसद भवन को दंडवत करके सर्वस्व देश के प्रति समर्पित करने का संकल्प लिया था। वे उसे अभी भी निभा रहे हैं। उससे प्रेरणा लेकर हमें भी सदैव सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। अजमेर शहर में विभिन्न कार्यों के लिए जोन व्यवस्था होनी चाहिए। कर्मचारियों की भर्ती के साथ-साथ पूर्व में चयनित सफाई कर्मियों को भी नियुक्ति मिलनी आवश्यक है। नगर निगम व्यक्ति के सुबह से शाम तथा जन्म से मृत्यु तक साथ रहता है। इसलिए नगर निगम की सेवाओं से सभी को संतुष्ट करने का प्रयास होना चाहिए।
महापौर श्रीमती ब्रज लता हाड़ा में कहा कि नगर निगम के नए भवन का कार्य बहुत ही कम समय में पूर्ण किया गया। यह भवन भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाया गया है। अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा आवंटित 8000 वर्ग मीटर भूमि में से 3700 वर्ग मीटर क्षेत्र पर भवन का निर्माण किया गया था। इसकी अनुमानित लागत लगभग 27 करोड रुपए थी। भवन को हेरिटेज रूप देते हुए आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण किया गया है। इस भवन में बेसमेंट के अतिरिक्त चार तल हैं। इनमें 54 कमरे हैं। बेसमेंट में स्थित पार्किंग में 70 चार पहिया तथा 40 दो पहिया वाहन पार्क किए जा सकते हैं। भूतल की पार्किंग में 130 चार पहिया तथा 110 दो पहिया वाहन पार्किंग की सुविधा है।
उप महापौर नीरज जैन ने कहा कि अजमेर में 1863 में नगरपालिका बनी थी और आज यह नगरपालिका नगर निगम के रूप में स्थापित है। अजमेर नगर निगम सामाजिक सरोकारों को भी निभाता रहा है। यह भवन 26 माह में बनकर तैयार हुआ है। आमजन से जुड़े दैनिक कार्य नवीन भवन के साथ-साथ पुराने भवन से भी संचालित होंगे। नगर निगम को दैनिक कार्य संपादित करने के लिए अतिरिक्त मानवीय संसाधनों की आवश्यकता है। जोन व्यवस्था लागू होने से आमजन के कार्य घर के पास ही हो जाएंगे।
इस अवसर पर अध्यक्ष जीत मल प्रजापत एवं रमेश सोनी, नेता प्रतिपक्ष द्रौपदी तथा समस्त पार्षद उपस्थित रहे। उपायुक्त श्रीमती कीर्ति कुमावत ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
*नगर निगम के नवीन भवन का हुआ लोकार्पण**स्वस्थ, सुरक्षित और विकसित बनेगा अजमेर – खर्रा*राजनीति से ऊपर उठकर करें क्षेत्र का विकास – चौधरी(हरिप्रसाद शर्मा) अजमेर/नगर निगम के नवनिर्मित भवन का शनिवार को लोकार्पण किया गया। लोकार्पण समारोह को विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा, केंद्रीय कृषि मंत्री भागीरथ चौधरी, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, अजमेर दक्षिण विधायक श्रीमती अनिता भदेल, महापौर श्रीमती ब्रजलता हाड़ा तथा उप महापौर नीरज जैन ने संबोधित किया। समारोह से पूर्व सैनिकों के सम्मान में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि शहरवासियों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न संस्थाओं को परकोटे से बाहर स्थापित किया गया है। कभी राजकीय महिला चिकित्सालय दूर था आज शहर का भाग हो गया है। इसी प्रकार नगर निगम भवन भी होगा। नगर निगम से जुड़े जनप्रतिनिधियों का निर्वाचन आमजन की समस्याओं के समाधान के लिए होता है। इन्हें आमजन को संतुष्ट करने के लिए प्रयास करना चाहिए। आमजन की अपेक्षाओं पर खडा उतरने के लिए अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहें। आमजन से जुड़े कार्यों को ऑनलाइन करने से जनता को लाभ हो रहा है। नगरीय निकायों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने की आवश्यकता है। इसके लिए सरकार द्वारा स्वीकृत सभी पद भरे जाने चाहिए। अजमेर में पिंक टॉयलेट भी आवश्यकता अनुसार बना रहे हैं। समस्त अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि स्वयं को जनता के सेवक का भाव रखकर कार्य करें। अजमेर के विकास के लिए कंधे से कंधा मिलाकर चलना होगा।
नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की विकास सम्बन्धी सोच को आगे बढ़ाने के लिए विकास कार्यों में जन भागीदारी आवश्यक है। अब तक जन कल्याणकारी योजनाएं जनता के सहयोग से ही आगे बढ़ी है। इन योजनाओं ने देश की दशा और दिशा को बदला है। प्रत्येक व्यक्ति को वर्तमान पर केंद्रित रहते हुए गुलामी की मानसिकता से बाहर आना होगा। साथ ही सार्वजनिक संपत्ति में अपना अंश मानकर निजी संपत्ति की तरह सुरक्षा करनी चाहिए। सार्वजनिक संपत्तियों की सुरक्षा करने का भाव होने से देश का स्वरूप अलग होगा। सरकार के खजाने का धन समस्त नागरिकों के खून पसीने से एकत्र होता है। प्रत्येक व्यक्ति सामान खरीदते समय कर के रूप में सरकार को कुछ राशि देता है। यही राशि एकत्र होकर जन कल्याणकारी कार्यों में लगती है। इसीलिए इसका सदुपयोग करने के साथ ही सतर्कता से निगरानी करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ वातावरण से व्यक्ति का तन, मन और मस्तिष्क स्वस्थ रहता है। इसका प्रभाव आत्मा पर भी पड़ता है। आत्मा में सकारात्मक चिंतन होने से व्यक्ति राष्ट्र के उत्थान के बारे में सोचेगा। गत 70 वर्षों से प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया गया। इसकी क्षतिपूर्ति के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने एक पेड़ मां के नाम लगाने का आह्वान किया। मां के साथ पेड़ के जुड़े होने से व्यक्ति उस पेड़ की देखभाल करके वृक्ष बनाने का संकल्प लगा। इस मंतव्य के साथ कार्य करने से आगामी 5 वर्षों में प्रकृति में संतुलन स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि सरकार नगरीय निकायों की सेवाओं को सहज उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है। इस कारण अधिकतर कार्य ऑनलाइन किए गए हैं। पूंजी पुनर्भरण मद में राशि बढ़ाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। सुनियोजित विकास की अवधारणा के साथ स्मार्ट सिटी को आरंभ किया गया था। सरकार द्वारा नगरीय विकास को केंद्र में रखकर कई नीतिगत निर्णय लिए हैं। डूंगरपुर की तरह अन्य नगरीय निकायों के निवासियों में भी सफाई के प्रति जागरूकता होनी चाहिए।
केंद्रीय कृषि मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि हम सबको राजनीति से ऊपर उठकर मिलकर कार्य करना चाहिए। आमजन को केंद्र में रखकर कार्य करने से विकास की गति तीव्र हो जाती है। साथ ही आमजन का संतुष्टि स्तर भी बढ़ जाता है। जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी अपने कार्य को पूर्ण ईमानदारी एवं लगन के साथ करें। जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि शहर का विकास समस्त व्यक्तियों के सहयोग से होता है। सरकार ईआरसीपी प्रोजेक्ट पर तेजी से कार्य कर रही है। इसके परिणाम स्वरुप अजमेर में जल्द ही छोटा बीसलपुर जैसा जल स्रोत बनेगा। इससे अजमेर का जल संकट हमेशा के लिए दूर हो जाएगा। सरकार अगले 50 वर्षों की आवश्यकता को पूरी करने के अनुसार योजना बना रही है।
अजमेर दक्षिण विधायक श्रीमती अनीता भदेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा स्मार्ट सिटी परियोजना में अजमेर शहर को लेने से इस नवीन भवन का निर्माण संभव हो पाया है। उन्होंने संसद भवन को दंडवत करके सर्वस्व देश के प्रति समर्पित करने का संकल्प लिया था। वे उसे अभी भी निभा रहे हैं। उससे प्रेरणा लेकर हमें भी सदैव सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। अजमेर शहर में विभिन्न कार्यों के लिए जोन व्यवस्था होनी चाहिए। कर्मचारियों की भर्ती के साथ-साथ पूर्व में चयनित सफाई कर्मियों को भी नियुक्ति मिलनी आवश्यक है। नगर निगम व्यक्ति के सुबह से शाम तथा जन्म से मृत्यु तक साथ रहता है। इसलिए नगर निगम की सेवाओं से सभी को संतुष्ट करने का प्रयास होना चाहिए। महापौर श्रीमती ब्रज लता हाड़ा में कहा कि नगर निगम के नए भवन का कार्य बहुत ही कम समय में पूर्ण किया गया। यह भवन भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाया गया है। अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा आवंटित 8000 वर्ग मीटर भूमि में से 3700 वर्ग मीटर क्षेत्र पर भवन का निर्माण किया गया था। इसकी अनुमानित लागत लगभग 27 करोड रुपए थी। भवन को हेरिटेज रूप देते हुए आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण किया गया है। इस भवन में बेसमेंट के अतिरिक्त चार तल हैं। इनमें 54 कमरे हैं। बेसमेंट में स्थित पार्किंग में 70 चार पहिया तथा 40 दो पहिया वाहन पार्क किए जा सकते हैं। भूतल की पार्किंग में 130 चार पहिया तथा 110 दो पहिया वाहन पार्किंग की सुविधा है।
उप महापौर नीरज जैन ने कहा कि अजमेर में 1863 में नगरपालिका बनी थी और आज यह नगरपालिका नगर निगम के रूप में स्थापित है। अजमेर नगर निगम सामाजिक सरोकारों को भी निभाता रहा है। यह भवन 26 माह में बनकर तैयार हुआ है। आमजन से जुड़े दैनिक कार्य नवीन भवन के साथ-साथ पुराने भवन से भी संचालित होंगे। नगर निगम को दैनिक कार्य संपादित करने के लिए अतिरिक्त मानवीय संसाधनों की आवश्यकता है। जोन व्यवस्था लागू होने से आमजन के कार्य घर के पास ही हो जाएंगे।
इस अवसर पर अध्यक्ष जीत मल प्रजापत एवं रमेश सोनी, नेता प्रतिपक्ष द्रौपदी तथा समस्त पार्षद उपस्थित रहे। उपायुक्त श्रीमती कीर्ति कुमावत ने धन्यवाद ज्ञापित किया।