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सारण: दर्ज की गई प्राथमिकी से हुए कई खुलासे, तीन मृत एवं एक दिव्यांग व्यक्तियों को भी किया गया है नामजद

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पुलिस व प्रशासनिक कार्यशैली व कार्य संस्कृति पर उठने लगे सवाल
पूजा समिति के सदस्यों द्वारा आधार कार्ड जमा करना बना चर्चा का विषय

बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क:  छपरा कार्यालय। हाल ही में प्रतिमा विसर्जन व जुलूस के दौरान बिना इजाजत के डीजे बजाने,आर्केष्ट्रा कराने एवं हथियारों का प्रदर्शन करने को लेकर सारण जिला के रिविलगंज थाना में अंचलाधिकारी संगीता कुमारी द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी से कई रोचक एवं गंभीर तथ्यों का खुलासा हुआ है जो चर्चा का विषय बन गया है।यही नहीं,चौक चौराहों व चाय दुकानो में लोग दबी जुबान से इस प्राथमिकी को लेकर तरह तरह के बहस भी करने लगे है तथा पुलिसिया व प्रशासनिक कार्य शैली व कार्य संस्कृति पर सवाल भी उठा रहे है।भाजपा के जिला अध्यक्ष रणजीत कुमार सिंह सहित कई नेताओं ने दर्ज की गई प्राथमिकी में जान बूझकर भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों को नामजद करने का सीधा आरोप लगाया है।साथ ही,उन सभी को परेशान भी किया जा रहा है।वहीं दूसरी तरफ तीन मृत व्यक्तियों एवं एक दिव्यांग को भी नामजद किया गया है। दिव्यांग व्यक्ति दोनों आंख से अंधे है।ऐसी परिस्थिति में प्रशासन द्वारा कराए गए वीडियोग्राफी के फुटेज पर भी संदेह होने लगा है और यही साबित करता है कि दर्ज प्राथमिकी का आधार क्या रहा है?
बताते चलें कि रिविलगंज थाना में अंचल पदाधिकारी संगीता कुमारी ने विगत 01 नवम्बत को मूर्ति विसर्जन व जुलूस में प्रशासन द्वारा निर्गत लाइसेंस के शर्तों का उल्लंघन,डीजे बजाने,असामाजिक तत्वों द्वारा सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने,हथियार से लैस होकर उग्र प्रदर्शन करने,पुलिस कार्यों में बाधा पहुंचाने एक संज्ञेय अपराध मानते हुए लाइसेंसी अखाड़ा नम्बर 01 ,02, 04, 05, 06, 07 एवं 08 तथा बिना लाइसेंस के समसुद्दीनपुर मिडिल स्कूल के पास के जुलूस में शामिल 132 व्यक्तियों को नामजद तथा एक हजार अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है ।दर्ज प्राथमिकी कांड संख्या 333 दिनांक 01 .11.2023 में सभी आरोपितों पर भा .द वि.की धारा 147,/148,/149 /188/290/291 आई पी सी एवं सेक्शन 09 बिहार कंट्रोल ऑफ यूज़ एंड पले ऑफ लाउडस्पीकर एक्ट 1955 के तहत आरोपित किया गया है।
इस प्राथमिकी में अखाड़ा 01 से 16, अखाड़ा 02 से 20,अखाड़ा 04 से तीन मृत व एक दिव्यांग सहित 09,अखाड़ा 05 से 09,अखाड़ा 06 से 21,अखाड़ा 07 से 23 अखाड़ा 08 से 20 एवं समसुद्दीनपुर मिडिल स्कूल के जुलूस से 14 व्यक्तियों को नामजद किया गया है ।केवल अखाड़ा 03 से किसी भी व्यक्ति के विरुद्ध प्राथमिकी नहीं की गई है ।

*तीन मृत व्यक्ति व एक दिव्यांग भी नामजद*

अंचल पदाधिकारी के आवेदन पर थानाध्यक्ष ओम प्रकाश चौहान के द्वारा दर्ज प्राथमिकी में अखाड़ा नम्बर 04 ( सेमरिया दुर्गा स्थान) के 09 लोगो को नामजद किया गया है जिनमे तीन मृतक सुरेंद्र लाल श्रीवास्तव, रामनाथ चौधरी प्रेमनाथ चौधरी सहित दोनों आंख से अंधा दिव्यांग बबन चौधरी भी शामिल है।
मृतक सुरेंद्र लाल श्रीवास्तव की बहू ममता देवी के मुताविक उनके ससुर की मृत्यु एक साल पूर्व ही चुका है वहीं रामनाथ चौधरी की बेटी श्रद्धा देवी ने बताया कि मेरे पिताजी एक सामाजिक कार्यकर्ता व श्रद्धालु थे जिनकी मृत्यु विगत छह माह पहले हो चुका है। वे इस अखाड़ा के कई वर्षों तक लाइसेंसदार भी रह चुके है अस्वस्थता के कारण इस पद को काफी पहले छोड़ चुके थे।जबकि प्रेम नाथ चौधरी के पुत्र गोविंद चौधरी ने बताया कि मेरे पिता का स्वर्गवास विगत 29 अक्टूबर को अहले सुबह 04 बजे मेरे घर पर ही हो गया था जबकि दोनों आंख से अंधा बबन चौधरी को भी इसमें आरोपित किया गया है।इन सभी ने यह सवाल खड़ा किया है कि किस परिस्थिति में मेरे परिजनों जो स्वर्गवास हो चुके है,को आरोपित कर नामजद किया गया है ।यह एक निष्पक्ष जांच का विषय है।

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*क्या रहा आधार कार्ड का पैमाना*
बिना जांच किये ही पूजा समितियों द्वारा दिये गए आधार कार्ड के आधार पर लोगो को नामजद किया गया है ऐसा प्रतीत हो रहा है।कई लोगो का कहना है कि इस वर्ष हम सभी आधार कार्ड की छाया प्रति तक नहीं दिए है काफी वर्ष पूर्व जमा किये गए आधार कार्ड की छाया प्रति को थाना में उपपब्ध कराया गया है जो गलत है।

*आश्वासन व भरोषा भी निकला झूठा*
प्रतिमा विसर्जन व अखाड़ा रूपी जुलूस को शांतिपूर्ण एवं भक्तिमय सम्पन्न कराने के लिये थाना स्तर पर तीन बार शांति समिति की बैठकें हुई थी जिसमे पूजा समिति से जुड़े सदस्यों व गणमान्य व्यक्तियों ने पदाधिकारियों व थानाध्यक्ष को आश्वस्त किया था कि प्रशासनिक लाइसेंसी शर्तो के अनुरूप ही कोई भी कार्य का अक्षरशः पालन किया जाएगा वहीं प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे और रहा भी। मगर कुछ असामाजिक तत्वों ने ही इस पूरे अखाड़ा रूपी जुलूस पर पानी फेर दिया और एक प्रश्न चिन्ह खडा हो गया जिस कारण अब सभी को प्रातमिकी का दंश झेलना पड़ सकता है।
अंचल पदाधिकारी द्वारा रिविलगंज थानाध्यक्ष को संबोधित आवेदन में दर्शाया है कि विगत 12 अक्टूबर को बीडीओ,रिविलगज कार्यपालक पदाधिकारी,रिविलगंज नगर पंचायत,थानाध्यक्ष ,रिविलगंज की उपस्थिति में अखाड़ा नम्बर 01 से 08 तक के पूजा समिति के अध्यक्ष ,सदस्यगण व अन्य लोगो के साथ शांति समिति की बैठक हुई थी वहीं विगत विगत 20 अक्टूबर को एसडीओ,सदर,एसडीपीओ व थानाध्यक्ष की उपस्थिति में शांति समिति की बैठक हुई थी ।इन बैठकों में सभी नियमसंगत शर्तो को अनुपालन करने का आश्वासन समिति सदस्यों द्वारा दिया गया था परंतु विगत 29 व 30 अक्टूबर को अखाड़ा नम्बर 03 को छोड़कर अखाड़ा 01 से 08 तक समिति सदस्यों व अध्यक्षो द्वारा जुलूस के नियमो एवं शर्तो की धज्जियां उड़ाते हुए अपने अपने जुलुस में: डीजे का प्रयोग कर आर्केस्ट्रा के तहत भोजपुरी गीतों पर अश्लील तरीके नाच गाना कराया।हथियारों का प्रदर्शन किया गया तथा मना करने पर पुरानी परंपरा की बात बताक़त नृत्य व आर्केष्ट्रा बंद करने से इनकार कर दिया।वहीं दूसरी तरफ बिना लाइसेंस के ही समसुद्दीनपुर मिडिल स्कूल के पास का भी प्रतिमा विसर्जन व जुलूस निकालने व नाच गाना कराने व प्रदर्शन को लेकर भी 14 लोगो को भी नामजद किया गया है जिसमे कई निर्दोष है।

*रिविलगज की प्रतिमा विसर्जन व अखाड़ा अपने आप मे महत्वपूर्ण*

बजरंग बली के ननिहाल गौतम नगरी रिविलगंज का ऐतिहासिक प्रतिमा विसर्जन एवं मेला रूपी
अखाड़ा अपने आप मे महत्वपूर्ण है ।इसकी पौराणिक एवं धार्मिक मान्यताएं भी ग्रंथो में वर्णित है जहाँ बजरंग बली की प्रतिमा को प्रत्येक घरों में परिभ्रमण कराया जाता है तथा पुरुष ,महिला एवं बच्चे श्रद्धा के साथ पूजा अर्चना करते है।साथ ही,मां दुर्गे की प्रतिमा भी स्थापित की जाती है।सभी प्रतिमाओं को बजरंग बली के साथ रथ पर विराजमान कराकर ढ़ोल, नगाड़े ,हाथी घोड़े एवं ऊंट के साथ अखाड़ा निकाला जाता है और अगले दिन सभी प्रतिमाओं का विसर्जन श्री नाथ बाबा घाट के समीप सरयू नदी में विसर्जन किया जाता है । यह आज भी आपसी सौहार्द का एक प्रतीक माना जाता है।यह एक अलग विषय है कि वर्तमान परिवेश में इन परम्पराओं में बदलाव आया है जहाँ इनके स्थान पर डीजे व आर्केष्ट्रा धारण कर लिया है।

बहरहाल,प्रतिमा विसर्जन व अखाड़ा रूपी जुलूस शांतिपूर्ण सम्पन्न होने के बाद पूजा समिति के सदस्यों पर हुए प्रातमिकी को लेकर क्षेत्र में तरह तरह की चिंता बनी हुई है।अब देखना है कि मृत व दिव्यांग व्यक्तियों सहित सैकड़ों लोगों को नामजद व एक हजार लोगों को अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध दर्ज हुई प्राथमिकी के बाद पूज समिति से जुड़े लोग कौन सा कदम उठाएंगे यह आने वाला समय ही बताएगा।

 

 

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