समापन समारोह में शामिल हुए विधायक और मेयर
फोटो 01 संबोधित करते मुख्य अतिथि
बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क : छपरा कार्यालय।स्थानीय भरत मिश्र संस्कृत महाविद्यालय और सांदीपनी वेद विद्या प्रतिष्ठान उज्जैन द्वारा आयोजित अखिल भारतीय वैदिक संगोष्ठी का भव्य समापन वैदिक मंत्रोच्चार और राष्ट्र गान के साथ हुआ।.
संगोष्ठी के समापन सत्र में गुजरात सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के प्रोफेसर रविन्द्र पांडेय और नई दिल्ली स्थित लालबहादुर शास्त्री केंद्रीय संस्कृत यूनिवर्सिटी के वेद विद्या शाखा के प्रमुख प्रोफेसर गोपाल प्रसाद शर्मा ने समापन सत्र को संबोधित करते हुए वेद के प्रकारों पर विसद विवेचना करते हुए कहा कि वेद हमारे प्रकृति की रक्षा करता है। उन्होंने वेद के सभी अंगों पर चर्चा किया और बताया की छंद शास्त्र वेद का पैर है।कल्प वेद का हाथ है।
ज्योतिष वेद का चक्षु है।यज्ञ काल की सीधी ज्योतिष से ही होता है। जो ज्योतिष को जानेगा वही यज्ञ को जानेगा।
निरुक्त वेद का घ्राण है।
शिक्षा वेद की नासिका है।वेद मंत्र का उच्चारण डरते हुए करना चाहिए।
सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रविन्द्र पांडेय ने कहा कि सारण की धरती आज धन्य हुई जहा पहली बार सैकड़ों वैदिक इक्ट्ठा हुए और वेद मंत्रों से यह जगह पवित्र हो गया।उन्होंने वेद और संस्कृति से जोड़ते हुए कहा की वेद संस्कृति की जन्मदाता है।वेद में व्याकरण की महता है बिना व्याकरण का वेद को अच्छी तरह नही समझा जा सकता है।
छपरा के भाजपा विधायक डॉ चतुर्भुज नाथ गुप्ता ने महाविद्यालय परिवार के प्रति आभार जताया।
छपरा नगर निगम की प्रभारी मेयर रागिनी कुमारी ने कहा कि सारण में पहली बार वैदिक कार्यक्रम का आयोजन हमारे लिए गौरव की बात है।समापन समारोह में आभार प्रकट करते हुए डॉ.,सर्वेश रमण तिवारी ने सांदीपनी वेद विद्या प्रतिष्ठान के सचिव को इस आयोजन का प्रभार देने के लिए धन्यवाद दिया।उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ.आभा कुमारी के अथक प्रयास और मार्गदर्शन से आज कार्यक्रम की सफलता प्राप्त हुई है
साथ ही उन्होंने समाजसेवी सुधांशु शर्मा और ड़ॉ.निशा शर्मा का भी आभार जताया।कार्यक्रम का समापन स्वातिवाचन और राष्ट्र गान के साथ हुआ। इस मौके पर साहित्यकार शंभु कमलाकर मिश्रा, सुरेश कुमार चौबे,अवध किशोर मिश्र,विजय कुमार सिंह, डॉ. वैद्यनाथ मिश्र, डॉ दिवांशु कुमार ,ड़ॉ आशुतोष कुमार द्विवेदी जितेंद्र सिंह,,आचार्य बद्री नारायण पांडेय,नीलेश तिवारी सर्वेश कुमार पद्मनाभ, अभिषेक कुमार अरुणाभ,के अलावा कई शिक्षक,कर्मी,शोधार्थी,बटुक आदि उपस्थित थे।
प्राम्भ में ड़ॉ अम्बरीष कुमार मिश्र ने समापन समारोह के औचित्य पर सविस्तार प्रकाश डाला तत्पश्चात प्राचार्या ड़ॉ आभा कुमारी ने आगन्तुक अतिथियों का स्वागत करते हुए सभी अतिथियों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।वही वक्ताओं को महाविद्यालय से जुड़े शिक्षकों ने सम्मानित किया।जबकि समाजसेवी एवं इस आयोजन के सूत्रधार रहे सुधांशु शर्मा ने इस तीन दिवसीय संगोष्टी के आयोजन व ऐतिहासिक सफलता को रेखांकित जिया।