भागलपुर: डॉ.भीम राव अंबेडकर का परिनिर्वाण दिवस पर विभिन्न सामाजिक संगठनों के साझा बैनर तले भागलपुर में ‘संविधान बचाओ-देश बचाओ’ रैली आयोजित ।
*डॉ.भीम राव अंबेडकर का परिनिर्वाण दिवस पर विभिन्न सामाजिक संगठनों के साझा बैनर तले भागलपुर में ‘संविधान बचाओ-देश बचाओ’ रैली आयोजित ।*
भगलपुर, बिहार न्यूज लाईव।आगमी 6 दिसंबर-डॉ.भीम राव अंबेडकर का परिनिर्वाण दिवस है और इसी दिन संविधान विरोधी शक्तियों ने बाबरी मस्जिद का विध्वंस किया था। इस दिन विभिन्न सामाजिक संगठनों के साझा बैनर तले भागलपुर में ‘संविधान बचाओ-देश बचाओ’ रैली आयोजित है.यह रैली भागलपुर स्टेशन चौक पर डॉ.अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ शुरु होगा.
शहर के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए तिलकामांझी चौक पर शहीद तिलकामांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ रैली का समापन होगा. यह रैली संविधान बचाओ-लोकतंत्र बचाओ!भाजपा भगाओ-देश बचाओ! नारे के साथ आहुत है.केन्द्र सरकार द्वारा जातिवार जनगणना कराये जाने,हाई कोर्ट-सुप्रीम कोर्ट व निजी क्षेत्र सहित तमाम क्षेत्रों में एससी,एसटी व ओबीसी को आबादी के अनुपात में हिस्सेदारी देने,तमाम कृषि उत्पादों के लिए लागत के डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी करने,जनवितरण प्रणाली को सर्वव्यापी बनाने जैसे मांगों के पक्ष में और बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी, अबाध निजीकरण, कमजोर समुदायों-महिलाओं व अल्पसंख्यकों के साथ बढ़ती हिंसा और संवैधानिक-लोकतांत्रिक अधिकारों पर बढ़ते हमले के विरोध में आवाज बुलंद होगी.
रैली के आयोजक संगठन हैं-सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार),बिहार फुले-अंबेडकर युवा मंच,बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन(बिहार), संत रविदास महासभा,पीस सेंटर-परिधि,राष्ट्र सेवा दल,बामसेफ,मूलनिवासी संघ,एससी-एसटी कर्मचारी संघ,दलित विकास समिति,सोशलिस्ट युवजन सभा. संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए डॉ.विलक्षण बौद्ध ने कहा कि 1992 के 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस के जरिए आरएसएस-बीजेपी ने संविधान के सामने गंभीर चुनौती पेश की थी.इस कुकृत्य के लिए डॉ.अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस को अकारण नहीं चुना गया था.
डॉ.अंबेडकर की विरासत पर हमला किया गया था.भाजपा-आरएसएस ने स्पष्ट कर दिया था कि वह डॉ.अंबेडकर के विचारों-सपनों की दुश्मन नंबर-एक है.आज भाजपा-आरएसएस संविधान-लोकतंत्र को ही खत्म करने की दिशा में बढ़ रही है.6 दिसंबर को भागलपुर में आयोजित रैली के जरिए डॉ.अंबेडकर के सम्मान व सपनों और संविधान-लोकतंत्र बचाने के लिए एकजुट आवाज बुलंद होगी.
सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के रिंकु यादव ने कहा कि संविधान व लोकतंत्र बचाने का तात्कालिक कार्यभार है-2024 में भाजपा और उसके सहयोगियों को सत्ता से बेदखल करना.इसके लिए आम अवाम की बड़ी एकजुटता के निर्माण की दिशा में ही यह रैली आयोजित है.
बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन(बिहार) प्रवीण कुमार यादव और बिहार फुले-अंबेडकर युवा मंच के अभिषेक आनंद ने कहा कि मोदी सरकार छात्र-नौजवानों की दुश्मन है.बेरोजगारी बढ़ रही है.केन्द्र सरकार के विभिन्न विभागों में लाखों पद रिक्त हैं.निजीकरण से रोजगार के अवसर खत्म हो रहे हैं.
संपूर्ण सरकारी शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने के लिए मोदी सरकार ने नई शिक्षा नीति-2020 को थोप दिया है.
परिधि के ललन और सामाजिक कार्यकर्ता अर्जुन शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार सड़क से संसद तक लोकतांत्रिक आवाज का गला घोंट रही है.लोकतंत्र विरोधी काले कानूनों को ज्यादा दमनकारी बनाया गया है और सरकार विरोधी आवाज को दबाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.स्वायत्त
संवैधानिक- लोकतांत्रिक संस्थाएं भाजपा-आरएसएस की कठपुतली बनती जा रही है.
सामाजिक कार्यकर्ता संजय कुमार और बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन(बिहार) के अनीश कुमार आनंद ने कहा कि एससी,एसटी,ओबीसी व अल्पसंख्यकों को आगे बढ़ने और सम्मान,हिस्सेदारी व बराबरी हासिल करने के लिए संविधान व लोकतंत्र की जरूरत है.इन तबकों को संविधान व लोकतंत्र को बचाने के लिए एकजुट होकर मजबूती से खड़ा होना ही होगा.दोनों नेताओं ने 6 दिसंबर को भागलपुर में आहुत ‘संविधान बचाओ-देश बचाओ’ रैली में भारी तादाद में शिरकत कर संविधान व लोकतंत्र को बचाने की मुहिम को ताकत देने की अपील की।
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