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सारण: शिक्षक के चौदह वर्ष की लंबी लड़ाई के बाद गांव के सरकारी विद्यालय को मिला रास्ता।

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शिक्षक के चौदह वर्ष की लंबी लड़ाई के बाद गांव के सरकारी विद्यालय को मिला रास्ता।

अवकाश प्राप्त शिक्षक को मिला प्रखंड प्रमुख का साथ

फ़ोटो: विद्यालय को जाने वाला सड़क

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बिहार न्यूज़ लाईव सारण डेस्क: मशरक मशरक प्रखंड के पचरुखवा प्राथमिक विद्यालय एवम छठ घाट पर लोग वर्षो से पगडंडी होकर जाते रहे। स्कूल तक सरक निर्माण को लेकर ग्रामीण अवकाश प्राप्त शिक्षक मधुसूदन सिंह पिछले 14 वर्ष से अधिकारियों तक दौड़ लगाते रहे, वर्ष 2009 में मढ़ौरा अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा अंचल पदाधिकारी को इस संदर्भ में जमीन की मापी करा रास्ता निकालने का निर्देश दिया गया जो ठंडे बस्ते में पर गया। शिक्षक बताते है कि इसे लेकर अंचल कार्यालय ने झूठे मुकदमे में फंसाया फिर भी हिम्मत नही हारे।

 

अनुमंडल , जिला से लेकर लोकायुक्त पटना तक रास्ते की शिकायत लेकर पहुंचे शिक्षक एवम ग्रामीणों के मददगार बने प्रखंड प्रमुख रवि प्रकाश सिंह मंटू । दोनो ने मिल ग्रामीणों के सहयोग से रास्ता का मसला हल किया फिर अंचल अमीन से मापी करा जमीन देने पर ग्रामीणों की सहमति बनी।

जिसपर युद्ध स्तर से मिट्टी भराई का कार्य प्रारंभ किया गया है ताकि बरसात से पूर्व मार्ग बनकर तैयार हो जाए। प्रखंड प्रमुख ने बताया कि मनरेगा से इस मार्ग का निर्माण कराया जा रहा है। सड़क निर्माण को लेकर अवकाश प्राप्त शिक्षक एवम प्रखंड प्रमुख युवाओं के साथ लगे हुए है ।आजादी के बाद से ग्रामीणों को यहां रास्ता ना होने के वजह से बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा।

 

किंतु बड़े बुजुर्गो के लम्बे संघर्ष का प्रतिफल यह मार्ग गांव के बड़ी आबादी के लिए मील का पत्थर होगा जिससे डोइला से कुम्हैला होते हुए पचरुखवां प्राथमिक विद्यालय तथा छठ घाट तक आना आसान होगा। जो प्राथमिक विद्यालय पचरुखवा से उपेन्द्र सिंह तथा बबन साह के घर के बीच से सामने मुख्य सड़क से जुड़ गयी है।

 

 

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