प्रधानध्यापक आमोद कुमार के मेहनत से ही छात्र छात्राओं ने करता है विद्यालय का नाम रौशन।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक की हो रही सराहना।
Bihar New Live
अर्जुन कुमार झा/समस्तीपुर: खानपुर बताते दे कि जब से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने जब से पदभार ग्रहण किये है।तब से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व विद्यालय के विधि व्यवस्था एवं शिक्षक शिक्षिकाओं की उपस्थिति को सुधारने के लिए लगातार प्रयासरत है।जिसका परिणाम अब कई विद्यालय में देखने को मिल रहा है।हालांकि खानपुर प्रखंड के राजकीयकृत मध्य विद्यालय सिरोपट्टी के प्रधानाध्यापक आमोद कुमार ने पहले से भी अपनी पढ़ाई लिखाई व साफ-सफाई को लेकर काफी सुर्खियों में रहा है।वही शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक के निर्देशानुसार और कई बदलाव विद्यालय में देखा जा रहा है।वह है शिक्षकों को ससमय विद्यालय पहुंचना एवं चेतना सत्र के दौरान बच्चों में भरे जा रहे है संस्कार,जिससे बच्चे का हो रहा भविष्य निर्माण।
वही विद्यालय के प्रधानाध्यापक अमोद कुमार ने बताया कि विद्यालय सामाजिक चेतना का केंद्र है अगर इसे परिभाषित किया जाए तो विद्यालय वह औपचारिक स्थल है जहां बच्चों का शारीरिक,मानसिक,बौद्धिक, व्यवहारिक,धार्मिक,सांसारिक गुणों का विकास होता है।चेतना सत्र शारीरिक और मानसिक रूप से जागृत होना या आसपास के वातावरण के तत्व का बोध होने,उन्हें समझने या उनकी बातों का मूल्यांकन करने का नाम चेतना है।इस चेतना सत्र को पूरा कर दिखाया है।खानपुर प्रखंड के अंतर्गत राजकीयकृत मध्य विद्यालय सिरोपट्टी जहां के प्रधानाध्यापक आमोद कुमार विद्यालय में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षिका ने जहां चेतना सत्र के दौरान छात्र छात्राओ के अंदर गुणों से सुसज्जित संस्कार भर दिया जाता है।जिसका परिणाम है कि वहां के सुंदर वातावरण में पढ़ने वाले बच्चे लगातार ऊंचाइयों को छूते नजर आ रहे है।वहां के बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर नवोदय,नेभी,पेंटिंग खेलकूद व प्रतियोगिता के क्षेत्र में चयनित हो रहे है।बतादें कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक अमोद कुमार की सहनशक्ति सभी शिक्षकों का साथ हमेशा से ही विद्यालय के बच्चों के बेहतर भविष्य निर्माण पर कार्य कर रही है।जिसका परिणाम है कि आज महज 7 वर्ग कक्ष वाला विद्यालय प्रखंड के अन्य विद्यालय की तुलना में काफी आगे निकल चुका है।सभी वर्ग कक्ष मिथिला पेंटिंग से सुसज्जित बच्चों के अंदर पेंटिंग के क्षेत्र में उत्साह भरता है।तथा लगाए गए महापुरुषों के फोटो बच्चों में वैसा ही संस्कार भर रहे है।जो महापुरुषों के गुण और उनकी कृति हुआ करता था।बता दें कि विद्यालय में पढ़ाई के लिए कुल 7 वर्ग कक्ष,चार शौचालय,एक कार्यालय,एक स्टोर रूम,एक रसोई घर व बच्चों के खेलने के लिए केंपस ग्राउंड उपलब्ध है।वही प्रधानाध्यापक अमोद कुमार ने बताया कि विद्यालय में कुल 919 बच्चे नामांकित है जिसमें लड़कों की संख्या 463 व लड़कियों की संख्या 456 है।वही छात्र-छात्राओं की उपस्थिति 65 से 70% है विद्यालय के सभी वर्ग कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है।ऑनलाइन व डिजिटल पढ़ाई के लिए 4 एलईडी टीवी लगाया गया है जिसमें विभाग के द्वारा एक एलईडी टीवी व छात्र के अभिभावकों के सहयोग से तीन एलईडी लगाया गया है।
शिक्षक नितेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि अपर मुख्य सचिव के के पाठक के द्वारा बहुत ही अच्छा कदम उठाया गया है जिसमें बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ी है एवं शिक्षक भी लगातार पठन-पाठन अच्छे से करा रहे है।उन्होंने कहा कि अगर निरंतर उनका प्रयास इसी तरह रहेगा तो सरकारी विद्यालय भी किसी प्राइवेट स्कूल से कम नहीं रहेगा।विद्यालय की सुंदर व्यवस्था,साफ-सफाई, रंग रोहन व शिक्षकों का ससमय पहुंचने से बच्चों में पढ़ाई के प्रति भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।इस मौके पर विद्यालय के शिक्षक सुष्मिता कुमारी,सविता कुमारी,जया समीम, संजय कुमार चौधरी,रानी मिरा सिंह, दिनेश कुमार चौधरी,अनीमा खातून,रिंकी कुमारी,प्रतिभा कुमारी,नजमा खातून,माला वर्मा एवं विद्यालय के रसोईया एवं सफाई कर्मी उपस्थित रही।