बिहार न्यूज़ लाईव सारण डेस्क: आजाद होने की जंग जीत गई पश्चिम बंगाल की अमीना / रियल लाइफ में बजरंगी भाईजान बने फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया के मंटू
ये बेड़ियाँ, ये ताले, ये जंजीरें बाँधते है हमारे अपने लोग। आप जरा सा आजाद क्या होना चाहे की जंजीरों में जकड़ दिए जाएँगे। आपके अपनों ने कब चाहा कि आप आज़ाद रहें। पश्चिम बंगाल की एक लड़की लगभग एक सालों से छपरा की जेल में बंद है हाई कोर्ट ने निर्दोष करार दिया है लेकिन रिहा कराने वाला कोई नहीं है ये पश्चिम बंगाल की है बहुत ही ईमानदार लड़की है अपने घर और गांव की बहुत कुछ भूल चुकी है पिताजी अब इस दुनिया में नहीं रहे, घण्टों की बात, काउंसलिंग और प्रयास के बाद फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया और वन स्टॉप सेंटर छपरा ने इस लड़की को जेल से रिहा करा कर इसके अपने घर वालों से आखिरकार मिला ही दिया, अपने भाइयों व परिजनों से मिलते ही अमीना की आंखों से आंसू के सैलाब उमर पड़े उधर चल के सभी कर्मी आंखों में आंसू लिए अमीना को बधाई दे रहे थे जेल अधीक्षक, उपाधीक्षक व अन्यकर्मी के साथ अमीना के परिजनों ने वन स्टॉप सेंटर के मधुबाला व फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया के अध्यक्ष मंटू कुमार यादव को सराहनीय कार्य के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए गौरवांवित महसूस किया ।
विदित हो कि महिला के परिजन अपने निर्धनता के कारण अमीना खातून को ले जाने में असमर्थ थे लेकिन फेस ऑफ़ फ्यूचर इंडिया के अध्यक्ष मंटू कुमार यादव परिजनो का रेल टिकट आने जाने का रकम उसके परिजन को दिया फिर आज उक्त महिला अपने घर, मंडल करा छपरा से रिहा होने के बाद अपने परिवार के साथ वापस चली गई,शुक्रवार को अपने परिजन से मिल महिला बहुत खुश थी ।